SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 396
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ शरासनोवान रा-दासीनो लाभ पंच उपशातहना या धाकानाला हाथीला श्रा-अपग श्रा-श्राबानो ठाभ भाभर तेलनालाभाभा यागंदासारणदासीएंच्उयायाएंसाएंथीयंत्रपणणंबाएंगे अं-लाभ वारानानथाश्राबवीप्रमुषनो स-अथदि के कोनचित सु-सवर्णर रुपानाम-मणिर स-तेएससाचितवासनोलाभ वसानासान नाबानाभा मालामाल अंबाडगारगंायासतंसचितासतिंचितमन्नरययमसिसहि सरक्षिणाबत्तन ति-राजाधिरनाम्स-तरानचितसर्थकि.मी.चीनद्रासदा-दासीप्रमुभव सपनायाभट विजोगबनावाभवसनावान कोणनं ते सोलाजल्याभोकरीसहित प.प्रवालानाभदा यसंवसिलयावालरयगाणंम्सतंचितासतिमीसएदामाद प्रा-माह-हाथीससमाभभस्यापूयस्वर्णउन्दहीपर्मनकीपर सप्तेरामा- विध सातेएलो-की साकलादिककरीविभूषीत अनेक जी तेस्नानसंबादप्रय " उज्यातही समोर पस्सनाभ - लगभमणि सीरयंत्राम्सागहबीएसमाभरियाउछालंदियाएंगसतंमीसगसतांना Fatehati
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy