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________________ सभापणा सिहाननाव अपनीथीनीवक्तव्य जमाने सलसम्यवहमनाए-एमपपरसम ए.एमनस्वसमयपरसम्यवतमाता उजुस्नयनो बलबनाइबाट वक्तचना२ याद प्रकामानेतिविसहनशता र भणीत तेकर निससमयसमय परंसमयएवंपरसमय ससमय उसुविहंतव्य रखे प.परममय व-सिहोत त-निशंनाससमयवतन्यताससमय प.प्रेहाप्रथमवक्तनामा रुश्नावरजाजय तयता नाता रमसमयवनयपरसमय वत्ततथनासाससमयबतबयासासमयं पविठा प-परसमय या-जेमा नेपर समय माटेप पेठीबी नीरन-भगिनथीदु-चन्नध्या न-नीति-त्रिणप्रकी "कानामाहराव प्रकार रव-वक्तव्यता जासापरसमयवत्तच्यामा परसमयं पविठासम्हादविहावतच्यानयितिवि वि.त्रिणिस-शमसमभिरुटरएवंभूतश्पत्रिणरावांचे ननधी-प-परसमयवसपनान्-नीमसयसमरण मयअनिविप्रलिविसुहमाहेएकस-समायभानवरय नामीद्वान a.वसमत्ता हावतव्यातिन्निसरनया ससमयावतचयंतिनाविपरसमयवतव्यानबि १०० ना CENEaticationishaase
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
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