SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 97
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ लागेमहानिगम शिषद्रयते असेध्यात्मायकोरामवताररनयनराजानुपर्श पारनयनयात्रामा जिमक्षेत्र देवदामना -भावाहा ) यदवाणिचिारधारवागमयवहाराणंभाविदवाईकयामिभा विनिश्वारसा परिणमिर परशाम्पाबपरिण) मनोस परिणामीकबर -दिवभाववनियएडवानी उपयूक्तम ए रासनमा पाणिमादिक शिहाधानियमासारपरिणामिराभावाहाशाएवाहालिविएएसरणंभांतार्थ जाणाप्रदेश Im-निंगमरवारस्या-श्रारदारानान ट्रमनश्र मथकी। नइमन बलमयएमाल13/. संयो-वी गमववरायण प्राणपुचीदवारगंभगाएपहिरवाएंअवतन्यदाययर बाचन गार्थश्रम प-प्रदमार्थप्रदेसजु दयार्थy/प्र प्रदेशार्थमा का प्रचाराबण) विवथारा हाभुताचीया माहिधाण यकी संपविरात्रि तिवार वल्याएपएसंरयादवलाएपरासरयाएयायाहिताप्रयावाबाया ल्यबनी For ve only
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy