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राउण्डतला
कलम
भाभा ककेतवा में भगवंत रु-कारमा शरीर गोरेगोन ५- परमा तरीय जीवशास्तंभ या भग्त कम्म यसरी यन्ता ङ-बेप्रकारी पं-पहय्या तं तेकहरवाई बांध कर सु-जजीले इनर) जमात तिनसज्ञ मनसरी र जा मरण शरीर का बरतेमुकिलग करना परिकार रमण शरीर
शिवर
गोमा विलपन्न वातं जहा बाहल
सरिरात
जीरनीरवत लागला की
५१: ननी न कही
यात्रियायाग्यग
एन-नार की नई अंभगवे तक के लाउऊपरी सत
हा कम्म यसरी रारिभाणिवा छानरइया भंग्लाक पतिया उरासिय सरिश पत्र गो.गोतम हु-बेकार पं. नऊ मु. मुकि लगारिक समीर जिजेतेल-बगल तेन नयो (घरी कहशरीर) वेलेनको ऊरिक शरीर कगरी ता गोयमा दुवि हा पेन्त्रता ने जहा बाइल याय मुक्के यायाजाल बलियान एवं
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