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________________ सन्नी भरिएलगाउना भवानी करीब खंडाभरोभरि उपरा उपरि थान खराब इशिका को डीए) अशी स्वरु जावतरतपरु ठासम्मा सन्निचिएभरि एराला काडी एन बालग्रा ना-किरी खाताना रायारकरी ना प्रशाषक परिठालव सकिनरी डाडी मक़ि नहीं (हिन "करी गणवेदार्थ काडीसंगत एंटा लगूना ग्राहथानाचा उहरियानाकाद्याना नो. दुर्गे दिन उपज श्मा. नात-तेरा लामा हे) ए.एकेकर वराला थरा म- श्रपहरी प मेरी जीत समोम (लागू) नई हंसिथाना ए हनुमान उसमए 2 गामराव महाराजाच (जा-जेनलइ का का) स. नेपाल उरखी नी नीर निवाडा ले पापा स·ते एनका कारन उवा बई) बीएबासी घर न घडो निरोप बालाग्रारहारिक करावानी घीभ. हो. पी संधाता की नई एका लास पाल रखी। नीरए निल्लारनिटिएभरका हारि सु-मानत राविना उ-मोटराध या बरते. प्रचारापानसम्म क्रानां श्रा की पूरन कष्टा लगि
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
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