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________________ श-वेमारधुनुलश्करी गा एक/ ४आरगा गाऊयरकरीनिर जा-एक जोन-२-एर उउशेधत्रांग सहाय मुसमागणादायणसहस्सारंगाउयंतारिगाउया जायएएगे उत्सहाल कि किस्युप-प्रयोज उरोधयागुते नारकीति -निर्ययोनि म ममुददेवतानाम गरि नानकामरा-पण करने एपिउयगएणगं उस्सहंगरगानरस्यतिरिरकम्जाणियमएस्सम्यागसी उ.प्रवासनाम-मदीयमान नारकी नाभं रेयाकामी ममारीस शरीरनीअप परस्पउ से गा पीयर ऐरोगराउमविछतिनिरश्याएंभांताकमलासीयासरीरोगाहरणापन्नतानेज निखार डेप्रकारे परपउ त-नेक भाभरणीयश) उ-उत्तर कियनोकरे त निगविमार रजा मेसा नेउउत्त खरनीनवशास्ना तिनीगाना खेत्रिय हागोयमातुविहान्नमातंगहाभधारण्ठिाय उत्तराहियाय तरणंजासा, गाण सिंगोतम LEndancintana
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
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