SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 24
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ धव-मासनासिरजरात अथवा प्रतिनिश्वस्पतरले विसरमामाहिसा ककि होम-मननदरव-निश्चलकमेनोनिग्रहरुधोकर्मनिनिधकरउलि पाशितो तेरनागृहब उपापकीमतीरापातिप्पा-चाबाद। समविशुधियुचाउली) कमाणमाकारमाएगमगजीरगव्यगधधम्मरागउ उकालंधी या भास - श्रर्थ बालोकोतरा भावभावापक थर्थन ले जानाभाग हवाई मकिरीयासही घस्सयं करासतलागुतीयोभावावस्सरग्सतानामागम उभाया भाभावधारसन प्रत्यक्ष नाना-खारउदाताकना नकारादिनानालप्रकारनाना रथजुहारघाघशरथक्षरनामराय चस्मयं बनस्समेएगठिया नाणायामानावंजगावेजमानामा तेरिया-साधुनरश्नावरकरणीकीनरअथवायामानरयुगर, धु-कर्मनुफाससारानश्रदयविचामा एबासरतअश्वामाक्षनश्वासानेगरते प्रथवाश्राधतितरहितवणिरतनानी रंडीनरवस्पकरशन हउपापधनीयतीरा शशाभनतिजा प्रावस्मयं प्रवसकरणिोधुवाणगााहा विम्साही HEtiallantam CELEBRATEEEEERTAN
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy