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________________ AN भारत रिलीपुराबननपुखक. रात्रीगनगमपरभण्डहस्थ्यपरपहा .वाहना ਬਰਬਰ ਚਰਨ अननास्वारनीयापरपराक्रतिमहिमा हिंश्योपुरीसनसगाच्यासिनिमहपिअतंमि पायगोपातय शतिहां पु-स्पलिंगन मा श्री ॐ ॐकार ।-आस्वरतानि वीसिगितिवियित भी होकार हो সুগনিম্ন पुरिसरसता भाईॐउस्मेतियताशिलाग्यिाएरति पउबारनही अंकारयते हरिबिजबेहराएभंति नानपुसमाचावा जाणवा, शिषभारत काऊबहमि तोईनर यार पारहीणार अंतियांतिय उतियजताउ नपुसगस्साबध रगतिक स्त्री पुषरनसिंगरात्रिणच् नि उदाहरणनि देणा-या जातभाग-पुलिंगाने र पर्वत कतिस्माता कतिस्पडाशस्थकी राधागविविष शाकारांततेराजा कासते बाणेतिएल्पोवाडामिनिदरिसरंगपोप्राकारांतारायाईकारी। कारइवान्दो
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
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