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सरो भू
धनुषरजु गध्धये- ना. नालिका ४ मु-मुसांई एक ना जाएावाद दस नाली र माली लहराय नेमतानी यर हाथनुजा राज्य धरी५ीब हाथ
सहायनी र.रामी
देई
जुगनावियंच खासच उरसना लिये रजनि . जागा बीउ मापा सं· सेसावा, व. घर मावि (ह-हाथी) षिक्षेत्रनिविविधधनु- मारवा "ते वस्तुनिनिधि मापी जामा कमाएई करीमाथि रात्री करीमानकरी निमुषमा या उमाणसंन्त ए२ व वंमि र ब मिषानद उधमपधमिरवा नानाविकार विप्रासादादिनी उमानस-संज्ञाना -एउ-उन्मान प· प्रमाण करी खरीमा पि व प्रमुख जाणवु
ग्रंथ नालिया एवियामा सन्नाए एए उम्ममा ग किं किं स्युप-प्रयोजन शाखाई। कुया प्रमुष · करने तकरीबी नाम पर परिधिनगरनीप जानरुनु भर उ कर र लिन तिनगरनी किं प्रायायण एणं स्वाय विद्याचियकरक किडमिति परिखा 120