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________________ सी०लाबी सारण 23. गुजालिका म. सरा जालियाम म- राजस) पपईपासू-मृतका रवा-परिकार - प्रकार ऊपर उस वानीजा गाने हालच धानेको हरि आप्रमुख मीनी लालरिनउटल बाई धाराथनमा गोरछ नोभोगीत चरि सरपंत उदव कुल सभापवाद्य भरवाय परिहाउपगार हाल गा-काटनी पोलया. प्रप्तारते देताना मीघा गनेश्रा का रात्र ध्यते रोक-र-छली मेरी नोमिलन पेमोटरसा रामार्गच भार राटता से रीना मिलन उतरताबाट उनम निमिना तर गुलर १९ तोरण- प्रोगुर६४ र उमरिया ००० चा चरक चनुरमुखमाहा लापा - यचीदारागारसंघा उगनिगच उक्च घर चरम्मु हा मह गिः उपरि ढा क्रीमग (सी.श्वका संदेसत्रासेध घ. घर सामान्यलोकनास धारसप्रसिध मधरापमा को घाघर तथागका प्रमुख जालीयड बड परमगर नाग ज्यान गित्रिधिधिसीय मंदमणिया उधर -कुउ त बरप उन दद्रहन नदी वा आर पी वाट बोलाव बुलानी ने बावी पतिया उच्चगनगारखापादहियेगु दि. देवयु राज-छि हाँथम मा तिच्या विकारा सपान विशेष
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
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