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पागारिन सादिकहाशो नउ
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।प-परिस्थापनापनिनेपूजोत गपनायाश्रीनि अंगथको म:मउ अंगनातिरीन उपदि थापनतश्राश्रीतथाएतरपागादिकना बाहिउ उपहे नवामाउवात्रावीएगा ४एयारखानरासादिक नीपावली गणपटवणपाच॥अंगबाहिरस्साउहास्सn४ामशागबाहिरस्सास विं-किसका कालीकनाउपदेसारसत्रनाउपाट्साराला.याणखोलपत्र उनका निकनापणि
(उपदिसादिक बोवन नरदेवहनथारात्रिप्रथमप्रहररुधीभालरनेकालिकरूत्रकहीर
उ कालिकलना हासासमुन्दरामायणप्रणउगोयाकिंकालियस्साहसाउ उपाशादिव दोष होश्यारसंघराली-का-कालिकस्त बनाउपदेसादिकरोशक उउनकालिकनापणिउपदेसाद साठेमहाभणी करन्यारीलप्रत/
ध्यारोसप्रवर्तई कालिस्सारमाधाकालियस्समिउग्दासा॥४ाउकास्यिसचि
मालिकहना४ . प.ग्रासरीनई..उनकीविकनोउपदेसादिवए४च्यार जजठनकालिक परिणस्यायनामात्रीन
बालकहरवर उपासमुसत्यानापासादिका जावषाण४
रापारबाही उपसाधाश्मपुएरवणापमुचाउछालियरसााउपासोमाजरच
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