Book Title: Upang Prakirnak Sutra Vishaykram
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Jain Pustak Pracharak Samstha

View full book text
Previous | Next

Page 26
________________ औ०१९ रा० २० जी०२१ प्रज्ञा०२२/ ॥२४॥ जं० २५ नि० २६ प्रकी०२७ गुरुणो छंदणुवित्ती २७-७६१ घोसोवि. जंबुदीवं गुरुसुक्कसोमदिवसे २७-८९२ चाऊण कसाए गूढसिरागं पत्तं २२-८५ | चउतीसा चउयाला गेविजाऽऽवलिसरिसा २७-१११६ | चउतीसा चोयाला गेविजेसु य देवा रयणीओ २७-११२४ | चउत्थी उ बलानाम गेहेसु गिहत्थाणं २७-८२४ | चउदसदसनवपुवी गोमेज्जए य रुयए .. २२-१२ | चउदसपुब्वधराणं गोयमाई समणे भगवं. २०-४८सू० |चउरंगो जिणधम्मो . गोवल्लायण तेगिच्छ० २५-१०७ चउरासीह असीई गोसीसागुरुकेयइ . २७-११३१ | चउरासी असीई गोसीसावलिकाहार २५--१०८ चउविहकसायमहणो घणउदहिपइट्टाणा |चउबीसं जोयण सयाई घणगजियहयकुहिनं २७-८०४ , ससिरविणो घणमालाओ व दूरुन्न २७--४०० चित्तूण समणदिक्खं .. २७-१६७१ | घोरम्नि गम्भवासे २७-१६२० चउसद्धिं असुराणं घोराभिग्गहधारी . २७-१६९६ | चउसट्ठी , २७-९८८ | चउसट्ठी सट्ठी खलु । २२-२४३ २७-१२८२ २७-९७२ २२-१४१ २५-७९ चउसरणगमणदुकड० २७-१० २७-४८२ चउसरणगमणसंचिअ० २७-४९ चक्कट्ठपइट्ठाणा २५-३८ २७-१३८१ चक्कागं भजमाणस्स २२-२५सू० चक्कागं , २२-८४ चक्खुदसणी णपुच्छा २२-२४३सू० २२-१५७ चत्तारि कसाए तिन्नि. २७-१५४९ २७-६२५ ....... २७-२६७ ,,' चेव चंदाः .... २४-३४ २१-३४ २७-१०३९ २४-३८ ,, य कोडीओ २७-५१८ २७-१०४१ ., कोडिसया - २७-५१० २२-१३९ २७-५०२ २७-९५३ । .,,पंतीओ २७-५८

Loading...

Page Navigation
1 ... 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182