Book Title: Upang Prakirnak Sutra Vishaykram
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Jain Pustak Pracharak Samstha

View full book text
Previous | Next

Page 58
________________ औ० १९ बारवई सोरट्ठा रा० २०॥ीबारस चउवीसाई २७-७८९ सूर्य०१२३ चं०/२४ जी० २१ प्रज्ञा०२२ नि० २६ प्रकी०२७ २२-११५ | बावत्तरिंच चंदा २७-१०४९ | बीअवएणं सारूवि० २२-१८२ | वावीसमाणुपुचि २७-१७५९ | बीए जोणिभूप बारस चेव मुहुत्ता २७-४५९ बावीसं च मुहुत्ता २५ (पृ० ५०७टी०) | बीएण विणा सस्सं २७-३४९ बारस मासा संवच्छरो २७-५१५ | बावीसं जोयणसयाई २७-११९४ | बीयाए किडया नामं २७-४८० बारसवि भावणाओ २७-१८७३ बावीस संयसहस्सा बेइंदिए णं० उब्वनेर० उव०? बारसविहम्मिवि तवे २७-२३६४ | बाहंति इंदियाई २७-१४०२ २२-२६२सू० बालमरणाणि बहुसो २७-१०७ | बाहिरजोगविरहिओ २७-११८ | बेइंदिया पं० आहारट्ठी? २२-३०७सू० बालमरणे अवार्य २७-१५९२ | बाहिरभंतर उवहिं , केवइयं०ठिइ २२-९७सू० बालाए बुढाए नत्तुथ २७-७९३ | वाहिति इंदियाई २७-२१८ |" , जीवा णाणा० बंधंति ? बाला किडा मंदा २७-४७८ | बाहेइ इंदियाई २७-१५१० २२-२९७सू० बालाणं जो उ सीसाणं २७-७२५ बिचउत्थ० एते वज्जिय भंगा २२-१९० | इंदिया णं पुच्छा २२-१०७सू० वावडिं बावडिं २१-६९ | विचकत्थपंचछटुं० वीसेक्कवीस २२-२८८ , इंदिया चउ० जहा०२२-१३२सू० २४-७३ बिचउत्थ० बावासइमविहूणा २२-२८९ | बे उदधिसहस्सा खलु २१-९० बावत्तरं सयं २५-(पृ० ५०८टी०) | बिसरीरविलग्गेसु २७-९०९ भगवपि वइरसामी २७-१७०८ बावत्तरिकलापंडिया उ २७-११७६ | बिलमूले वाहरंतेसु २२-९०६ भट्ठायारो सूरी २७-७३७ यावत्तार च चंदा २४-५० बिटसमं सकडाहं २२-९५ भणइ य तिावह भणइ य तिविहा भणिया २७-१२५० २१-४६ | विटं बाहिरपत्ता य २२-९१ | भण केरिसस्स भणिओ २७-६१७

Loading...

Page Navigation
1 ... 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182