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श्रमण / जुलाई-सितम्बर / १९९७
उक्त अभिलेखीय साक्ष्यों के आधार पर इस गच्छ के मुनिजनों के गुरु-परम्परा की छोटी-छोटी कुछ तालिकायें निर्मित की जा सकती हैं, उक्त अभिलेखीय प्रकार हैं :
तालिका - २
४२
:
वीरसूरि
मुनिचन्द्रसूरि
वीरसूरि
मुनिचन्द्रसूरि
वीरसूरि
मुनिचन्द्रसूरि
वीरसूरि
मुनिचन्द्रसूरि
वीरसूरि
( मुनिचन्द्र )
वीरसूर
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(वि० सं० १२१३)
(वि० सं० १२९०)
(वि० सं० १३०५ - १३३०)
(वि० सं० १३४७-१३७०)
(वि० सं० १३५९-१३८९)
( वि० सं० १४३३-१४५८)
(वि० सं० १४६६-१४८३)
( वि० सं० १४८३-१५१३)
(वि० सं० १५१६-१५३६)
(वि० सं० १५६८)
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