Book Title: Sramana 1997 07
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 117
________________ ११६ : श्रमण/जुलाई-सितम्बर/ १९९७ उच्च शिक्षा हेतु छात्रवृत्तियाँ देश भर की कई संस्थायें होनहार और जरूरतमंद विद्यार्थियों को हर वर्ष छात्रवृत्तियां प्रदान करती हैं । ऐसी संस्थाओं की एक सूची “जैन फ्रेण्डस्' संस्थान ने पुस्तक रूप में प्रकाशित की है । ३०रु० मूल्य की यह पुस्तक विद्यार्थियों के लिए केवल १० रुपयों में उपलब्ध है । निम्नलिखित पते पर मनीऑर्डर द्वारा १०/ रु. भेजकर आप भी यह पुस्तक प्राप्त कर सकते हैं । कृपया मनीऑर्डर फार्म के निचले हिस्से पर अपना नाम-पता लिखना न भूलें । जैन फ्रेण्डस् २०१, मुंबई - पूणे मार्ग, चिंचवण पूर्व, पुणे - ४११ ०१९ श्री विनय मुनिजी म. सा. 'खीचन' का चातुर्मास इन्दौर में ___ हमारे इन्दौर क्षेत्र में पूज्य गुरुदेव तपस्वीराज चम्पालाल जी महाराज सा. के सुशिष्य श्री विनय मुनिजी म. सा. 'खीचन' इन्दौर के उप नगर में विराज रहे हैं। आपका इस वर्ष का चातुर्मास ‘स्वाध्याय भवन' २५/३, न्यू पलासिया 'इन्दौर' में होना निश्चित हुआ है । इस स्वीकृति से इन्दौर के धर्मप्रेमी अति उत्साहित हैं। चातुर्मास सम्पर्क : (१) श्री कमल जी भण्डारी ३०/१, रेस कोर्स रोड़, (न्यू पलासिया), इन्दौर म. प्र., पिन : ४५२ ००१ फोन निवास : ५३६४४०-४१ (२) श्री आनन्दीलाल जी जैन 'राजा बाबू' १/३, डॉ. रोशनसिंह भण्डारी मार्ग, (न्यू पलासिया), इन्दौर फोन निवास : ४३४९६३,५४५८१२ प्रोफेसर सागरमल जैन का नया सम्पर्क सूत्र पार्श्वनाथ विद्यापीठ के निदेशक प्रो० सागरमल जैन ३१ जुलाई १९९७ से अवकाश हैं। उनका पता निम्न रहेगा - c/o श्री नरेन्द्र कुमार सागरमल जैन सागर टेन्ट हाउस, नई सड़क शाजापुर ४६५००१, (म०प्र०)। दूरभाष : ०७३६४- २२४२५, २१४२५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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