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संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
अये-अरइ करछुल, जिससे दाल, कढ़ी आदि हिलाया । अयरामर वि [अजरामर] जरा और मरण जाता है। °पाय न [ °पात्र ] लोहे का | से रहित । न. मुक्ति । भाजन । °सलागा स्त्री [°शलाका] लोहे | अयल देखो अचल =अचल । की सलाई।
अयला देखो अचला। अय सक [ अय् ] जाना । प्राप्त करना । अयस देखो अजस । जानना।
अयसि वि [अयशस्विन्] कीर्ति-शून्य । अयंछ सक [ कृष् ] खींचना । जोतना, चास अयसि । स्त्री [अतसी] धान्य-विशेष, अलसी, करना । रेखा करना।
अयसी | तीसी। अयंड पुं [अकाण्ड] अनुचित समय । अक- अया स्त्री [अजा] बकरी । माया, अविद्या । स्मात्, हठात् ।
कुदरत । °किवाणिज्ज [कृपाणीय] न्यायअयंतिय वि [अयन्त्रित] अनादरणीय । विशेष; जैसे बकरी के गले पर अनधारी छुरी अयंपिर वि [अजल्पित] मौनी ।
पड़ती है उस माफिक अनधारा किसी कार्य अयंपुल पुं [अयंपुल] गोशालक का एक शिष्य । का होना । पाल पुं. आभीर । 'वय पुं अयंस पुं [आदर्श] दर्पण । °मुह पुं [°मुख] | [°वज] बकरी का बाड़ा। इस नाम का एक द्वीप । द्वीप विशेष का | अयागर देखो अय-आगर। निवासी।
अयाण न [अज्ञान] ज्ञान का अभाव । वि अयंसंधि वि [इदंसंधि] उपयुक्त कार्य को यथा- _ [अज्ञ] अजान । मूर्ख । समय करनेवाला ।
अयाणुय देखो अजाणुय । अयकरय पुं [अयकरक] एक महाग्रह । अयार पुं [अकार] 'अ' अक्षर । अयक्क । पुं. [दे] दानव, असुर । अयाल पुं [अकाल] अयोग्य समय । अयग.
अयालि पुं [दे] दुर्दिन । मेघाच्छन्न दिवस । अयगर पुं [अजगर] मोटा साँप ।
अयालिय वि [अकालिक] आकस्मिक, अयड पुंदे. अवट] कुंआ ।
अकाण्डोत्पन्न । अयण न [अतन] सतत होना।
अयि देखो अइ = अयि । अयण न [अयन] गमन । प्राप्ति, लाभ । अयुजरेवइ स्त्री [दे] अचिर-युवति, नवोठा । ज्ञान, निर्णय । गृह, मन्दिर । वि. प्रापक । | अयोमय देखो अओ-मय । पुन. वर्ष का आधा भाग, जिसमें सूर्य दक्षिण अय्यावत्त (शौ) पुं [आर्यावर्त] भारत । से उत्तर में या उत्तर से दक्षिण में जाता है ।
| अय्यण (मा) देखो अजुण । अयण न [अदन] भक्षण । भोजन ।
अर पुं. धूरी, पहिये के बीच का काष्ठ । अठा. अयणु वि [अज्ञ] अजान ।
रहवाँ जिनदेव और सातवाँ चक्रवर्ती राजा । अयणु वि [अतनु] स्थूल, मोटा, महान् । समय का एक परिमाण, कालचक्र का बारअयतंचिअ वि [दे] पुष्ट, उपचित ।
हवाँ हिस्सा। अयर वि [अजर] वृद्धावस्थारहित । | °अर पु [°कर किरण । हाथ । शुल्क । अयर पुंन [अतर] समुद्र । समय का मान- अरइ स्त्री [अरति] अर्श, मसा। बेचैनी । विशेष । वि. तरने के अशक्य । असमर्थ, कम्म न [°कर्मन्] अरति का हेतुभूत कर्मबीमार ।
| विशेष । परिसह, परीसह पु [°परिषह,
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