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सूर-सूलि
__ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष सूर सक [भञ्ज ] तोड़ना, भांगना। ग्रह। °भि पुंन. वित्त पुंन [वर्त] एक सूर वि [शूर] पराक्रमी। पुं. एक राजा। एक देव-विमान । देखो सुन्न । पुन. एक देव-विमान । °सेण पुं [°सेन] एक | सूरंग पुं [दे] दीपक । भारतीय देश, जिसकी प्राचीन राजधानी | सूरंगय पुं [सुराङ्गज] एक राजा । मथुरा थी । ऐरवत वर्ष के एक भावी जिन- | सूरण पुंदे] कन्द-विशेष, सुरन । देव । एक जैनाचार्य । भ० आदिनाथ का एक | सूरद्धय पुं [दे] दिवस । पुत्र ।
सूरल्लि पुंस्त्री [दे] मध्याह्न। मशक के
समान एक कोट । ग्रामणी नामक तृण-विशेष । सूर पुं [सूर्य] सूर्य । सतरहवें जिन-देव का
सूरि पुं. आचार्य। पिता । इक्ष्वाकु-वंश का एक राजा । एक लंकापति । एक द्वीप । एक राजा । छन्द का
सूरिअ देखो सुज्ज। कंत पुं [कान्त] एक भेद । पुन. एक देव-विमान । °अंत,
प्रदेशि-नामक राजा का पुत्र । °कंता स्त्री 'कंत पुं [°कान्त] मणि-विशेष । पुन. एक |
["कान्ता] प्रदेशी राजा की पत्नी। °पाग देव-विमान । “कूड पुन [°कूट] एक देव
पुंस्त्री [°पाक] सूर्य के ताप से होनेवाली विमान-देव-भवन । "ज्झय पुन [°ध्वज]
रसोई । °लेस्सा स्त्री [°लेश्या] सूर्य की एक देव-विमान । °दीव पुं [°द्वीप] द्वीप
प्रभा । °भि पुं. प्रथम देवलोक का एक देव । विशेष । देव पुं. आगामी उत्सपिणी के
पुन. एक देव-विमान । न. सूर्याभ देव का भारतवर्ष के दूसरे जिनदेव । °पन्नत्ति स्त्री
सिंहासन । °वित्त पुं [वर्त] । गवरण पुं. [प्रज्ञप्ति]एक जैन उपाङ्ग ग्रन्थ । परिवेस
मेरु पर्वत । पुं [परिवेष] मेघ आदि से होता सूर्य का
सूरिल पुं [दे] श्वशुर पक्ष । वलयाकार मण्डल । °पव्वय पुं ['पर्वत]
सूरिस देखो सुउरिस। पर्वत-विशेष । °पाया स्त्री ["पाका] सूर्य के सूरुत्तरवडिसग पुन [सूरोत्तरावतंसक] एक किरण से होनेवाली रसोई। °प्पभ पुन । देव-विमान । [प्रभ] एक देव-विमान । °प्पभा, "पहा सूरुल्लि देखो सूरल्लि । स्त्री [°प्रभा] सूर्य की एक अग्र-महिषी । सूरोद पुं. एक समुद्र । ग्यारहवें और आठवें जिनदेव की दीक्षा- सूरोदय न. नगर-विशेष । शिविका। मल्लिया स्त्री [ मल्लिका] | सूरोवराग पुं [सूरोपराग] सूर्य-ग्रहण ।। वनस्पति-विशेष । °मालिया स्त्री[°मालिका] सूल पुन [शूल] लोहे का सुतीक्ष्ण काँटा । आभरण-विशेष। °लेस पुन [°लेश्य ] | त्रिशूल । रोग-विशेष । बबूल आदि का तीक्ष्ण एक देव-विमान। °वक्कय न [°वक्रण] काँटा । पुं. ब. देश-विशेष । "पाणि पुं. यक्षआभूषण-विशेष । °वर पं. एक द्वीप । एक विशेष । °धर पुं. शिव । समुद्र । °वरोभास पुं[°वरावभास] द्वीप- सूलच्छ न [दे] पल्वल, छोटा तालाब । विशेष । समुद्र-विशेष । 'वल्ली स्त्री. लता- सूलत्थारी स्त्री [दे] चण्डी, पार्वती । विशेष । °वेग पुं. एक राज-कुमार । °सिंग सूला स्त्री [शूला] सुतीक्ष्ण लोह-कंटक । °इय पुन [शृङ्ग] । °सिट्ठ पुंन [सृष्ट] एक-एक वि [°चित, "तिग] शूली पर चढ़ाया हुआ। देव-विमान । "सिरी स्त्री [श्री] सातवें | सूला स्त्री [दे] वेश्या, वारांगना।। चक्रवर्ती की स्त्री। सुअ पुं [°सुत] शनैश्चर- सूलि वि [शूलिन्] शूल-रोगवाला । पुं. शिव ।
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