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संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष कणगसत्तरि-कणिआरिअ नाम का एक राजा । °पुर न. नगर-विशेष ।। महावर पुं [वलिवरावभासमहावर] प्पभ पुं [प्रभ] देव-विशेष । 'प्पभा स्त्री कनकावलिवरावभास-समुद्र का एक अधिष्ठाता [प्रभा] देवी-विशेष । 'ज्ञाता-धर्मसूत्र' का
देव । वलिवरोभासवर पुं [°ावलिवराव. एक अध्ययन । °फुल्लिअ न [°पुष्पित] जिसमें
भासवर] कनकावलिवरावभास-समुद्र का एक सोने के फूल लगाये गये हों ऐसा वस्त्र ।
अधिष्ठाता देव । °ावली स्त्री. देखो °ावलि °माला स्त्री. एक विद्याधर की पुत्री। एक
का पहला और दूसरा अर्थ । देखो कणय =
कनक । स्वनामख्यात साध्वी । °रह पुं [°रथ] इस नाम का एक राजा । 'लथा स्त्री [°लता] | कणगसत्तरि स्त्री [कनकसप्तति] एक प्राचीन चमरेन्द्र के सोम-नामक लोकपालदेव की एक | जनेतर शास्त्र । अग्रमहिषी। "वियाणग पं [वितानक] कणगा स्त्री [कनका] भीम-नामक राक्षसेन्द्र ग्रह-विशेष, ग्रहाधिष्ठायक देव-विशेष । °संता- की एक अग्रमहिषी । चमरेन्द्र के सोम-नामक णग पुं [°सन्तानक] ग्रह-विशेष, ग्रहाधिष्ठायक लोकपाल की एक अग्र-महिषी । 'णायाधम्मदेव-विशेष । वलि स्त्री. सुवर्ण की मणियों कहा' सूत्र का एक अध्ययन । चतुरिन्द्रिय से बना आभूषण । तप-विशेष । पुं. द्वीप- | जीव-विशेष । विशेष । समुद्र-विशेष। वलिपविभत्ति | कणगुत्तम पुं [कनकोत्तम] इस नाम का एक स्त्री [विलिप्रविभक्ति] नाट्य का एक | देव। प्रकार । वलिभद्द पुं [°ावलिभद्र] कनका- कणय पुं [दे] फूलों को इकट्ठा करना, बाण । वलि द्वीप का एक अधिष्ठायक देव । °वलि- | कणय पुन [कनक] एक देव-विमान । महाभद्द पुं [°वलिमहाभद्र] कनकावलिवर कणय देखो कणग = कनक । पुं. राजा जनक नामक समुद्र का एक अधिष्ठायक देव । के एक भाई का नाम । रावण का इस नाम वलिमहावर पुं. कनकावलिवर नामक
का सुभट । धतुरा। वृक्ष-विशेष । न. छन्दसमुद्र का एक अधिष्ठाता देव । वलिवर . | विशेष । पव्वय पं पर्वता देखो का इस नाम का एक द्वीप । इस नाम का एक गिरि। "मय वि. सुवर्ण का बना हुआ । समुद्र। कनकावलिवर समुद्र का अधिष्ठाता | भि न. विद्याधरों का एक नगर । ली देव-विशेष । वलिवरभद्द [ [वलिवर- स्त्री. घर का एक भाग । वली स्त्री. देखो भद्र] कनकावलिवर नामक द्वीप का एक कणगावली । एक राज-पत्नी । अधिपति देव। वलिबरमहाभद्द पुं। कणयंदो स्त्री (दे] वृक्ष-विशेष, पाउरी, [विलिवरमहाभद्र] कनकावलिवर नामक | पाढल । द्वीप का एक अधिष्ठाता देव । वलिवरा- | कणविआणय पुं [कणवितानक] देखो भास पुं [वलिवरावभास| इस नाम का कणगवियाणग। एक द्वीप । इस नाम का एक समुद्र । वलि- | कणवी स्त्री [दे] कन्या । वरोभासभद्द पुं [वलिवरावभासभद्र] कणवीर पुं करवीर] कनेर । न. कणेर का कनकावलिवरावभास द्वीप का एक अधिष्ठाता फल । देव । वलिवरोभासमहाभद्द पुं [वलिव- कणि पुंस्त्री [दे] स्फुरण, स्फूति । रावभासमहाभद्र] कनकावलिवरावभास द्वीप | कणिआर देखो कण्णिआर।। का एक अधिष्ठाता देव । वलिवरोभास- | कणिआरिअ वि [दे] कानी आँख से जो देखा
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