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सुत्तिय-सुनयण संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष सुत्तिय वि [सूत्रित] सूत्र-निबद्ध । निर्मल । केवल । न. सेंधा नून । मरिच । सुत्थ वि [सुस्थ] स्वस्थ । सुखी ।।
१८ दिनों के उपवास | पुं. छन्द-विशेष । सुत्थ न [सौस्थ्य] स्वस्थता। सुखिपन । °गंधारा स्त्री [°गन्धारा] गन्धार-ग्राम की सुत्थिय देखो सुटिअ।
एक मूर्च्छना । °दंत पुं ['दन्त] भारतवर्ष सुत्थिर वि [सुस्थिर] अतिशय स्थिर । के भावी चोथे जिनदेव । एक अनुत्तरसुदंती स्त्री. सुन्दर दाँतवाली।
गामी जैन मुनि । एक अन्तर्वीप । उसकी एक सुदंसण पुं [सुदर्शन] भ० अरनाथ के पिता। मनुष्य-जाति । 'पक्ख पुं [°पक्ष] शुक्ल तोसरे वासुदेव तथा बलदेव के धर्म-गुरु । | पक्ष । °प्प पुं [°ात्मन्] पवित्र आत्मा । भारतवर्ष का भावी पाँचवाँ बलदेव । धरणेन्द्र "प्पवेस वि [ प्रवेश्य पवित्र और प्रवेश के के हस्ति-सैन्य का अधिपति । एक अन्तकृद् लिए उचित । 'प्पवेस वि ["त्मवेश्य] मुनि । मेरु पर्वत । एक विख्यात श्रेष्ठी । देव- पवित्र तथा वेशोचित । °वाय पुं [°वात] विशेष । विष्णु का चक्र । भ० अरनाथ एवं मन्द पवन । वियड न [°विकट] उष्ण पार्श्वनाथ का पूर्वजन्मीय नाम । पुन. एक | जल । °सज्जा स्त्री [°षड्जा] षड्ज ग्राम देव-विमान । वि. जिसका दर्शन सुन्दर हो | की एक मूर्च्छना । वह । न. पश्चिम रुचक पर्वत का एक शिखर । | सुद्धत पुं [सुद्धान्त] अन्तःपुर । सुदंसणा स्त्री [सुदर्शना] जम्बू नामक वृक्ष, सुद्धवाल वि [दे] शुद्ध और पवित्र । जिससे यह जम्बूद्वीप कहलाता है । भ० महावीर सुद्धि स्त्री [शुद्धि] शुद्धता, निर्दोषता। पता, की ज्येष्ठ बहिन । धरण आदि इन्द्रों के काल- खोई हुई चोज की प्राप्ति । वाल आदि लोकपालों की और काल तथा सुद्धेसणिअ वि [शुद्धषणिक] निर्दोष आहार महाकाल-नामक पिशाचेन्द्रों की अग्रमहिषियों __ की खोज करनेवाला। के नाम । भ० ऋषभदेव की दीक्षा-शिविका । सुद्धोअण पुं [शुद्धोदन] बुद्धदेव के पिता । चतुर्थ बलदेव की माता।
°तणय पुं [तनय] । 'पुत्त [ पुत्र] बुद्ध सुदरिसण देखो सुदंसण।
देव । सुदाम पुं. अतीत उत्सर्पिणी-काल में उत्पन्न | सुद्धोअणि पुं [शौद्धोदनि] बुद्धदेव ।
भारतवर्ष का दूसरा कुलकर पुरुष । सुद्धोदण देखो सुद्धोअण। सुदारुण पुं [दे] चंडाल ।
सुधम्म पुं [सुधर्मन्] भ० महावीर का पट्टधर सुदीह । वि [सुदीर्घ] अत्यन्त लम्बा।
शिष्य । एक जैन मुनि । तीसरे बलदेव के सदीहर J °कालीय वि [°कालिक]
गुरु । एक जैन मुनि, सातवें बलदेव के पूर्वसुदीर्घ-काल-सम्बन्धी । दंसि वि [°दर्शिन्]
जन्म के गुरु । एक जैनाचार्य । देखो सुहम्म । परिणाम का विचार कर कार्य करनेवाला।
सुधा देखो छुहा - सुधा । सुदुम्मणिआ स्त्री [दे] रूपवती स्त्री ।
सुनंद पुं [सुनन्द] भारतवर्ष के भावी दसवें सुद्द पुं [शूद्र] मनुष्य की अधम जाति । चतुर्थ ।
जिनदेव के पूर्वभव का नाम । एक जैन मुनि । सुद्दय पुं [शूद्रक] एक राजा का नाम । देखो सुणंद। सद्दिणी (अप) स्त्री [शूद्रा] शूद्रजातीय स्त्री। सुनयण पुं [सुनयन] राजा रावण के अधीनस्थ सुद्ध पुं [दे] ग्वाला।
एक विद्याधर सामन्त राजा। वि. सुन्दर सुद्ध वि [शुद्ध] शुक्ल । पवित्र । निर्दोष ।। लोचनवाला ।
वर्ण।
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