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ण्हाण
ण्हा-तंडव संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
४१७ पहा ] अक [स्ना] स्नान करना । । में की एक श्रेणी, कुम्हार, पटेल आदि ।
ण्हाव देखो ण्हव । ण्हाण न [स्नान] नहाना, नहान । °पीढ पुंन ।
पुन | पहाविअ पुं [नापित] हजाम । °पसेवय पुं [°पीठ] स्नान करने का पट्टा ।
[प्रसेवक] नाई की अपने उपकरण रखने ण्हाणमल्लिया स्त्री [स्नानमल्लिका] स्नान
की थैली। योग्य, मालती-पुष्प । ण्हाणि स्त्री [स्नानिका] स्नान-क्रिया ।
| ण्हु अ [दे] निश्चय-सूचक अव्यय । हाय वि [स्नात] नहाया हुआ ।
ण्हुसा स्त्री [स्नुषा] पुत्र-वधू । ण्हारु न [स्नायु] नस, धमनी । अष्टादश श्रेणी । ण्हुहा देखो ण्हुसा।
त पुं. दन्त-स्थानीय व्यञ्जन वर्ण-विशेष ।। तई स्त्री [त्रयी] तीन का समुदाय ।। त स [तत्] वह ।
तईअ देखो त इअ = तृतीय । त° स [त्वत्"] तू । 'क्य वि [कृत] तेरा तउ । न [त्रपु] सीसा, राँगा। "वट्टिआ किया हुआ।
तउअ । स्त्री [°पट्टिका] कान का आभूषणत° देखो तया - त्वच् । दोसि वि [°दोषिन्] विशेष । चर्म-रोगी । कुष्ठी।
तउस न [त्रपुष] देखो तउसी। मिजिया तअ देखो तव = तपस् ।
स्त्री [°मिञ्जिका] क्षुद्र कीट-विशेष, त्रीन्द्रिय तइ वि [तति] उतना ।
जन्तु की एक जाति । तइ (अप) अ [तत्र] वहाँ, उसमें ।
तउस न [त्रपुष] खीरा, ककड़ी। तइ अ [तदा] उस समय ।
तउसी स्त्री [त्रपुषी] खीरा का गाछ । तइअ वि [तृतीय] तीसरा ।
तए अ [ततस्] उससे, उस कारण से । बाद तइअ (अप) वि [त्वदीय] तुम्हारा । तइअ अ [तदा] उस समय ।
तएयारिस वि [त्वादृश] तुम जैसा । तइअहा (अप) अ [तदा] उस समय । तओ देखो तए। तइआ अ [तदा] उस समय ।
तं अ [तत्] इन अर्थों का सूचक अव्यय-कारण, तइआ स्त्री [तृतीया] तिथि-विशेष, तीज । हेतु । वाक्य-उपन्यास । °जहा अ [°यथा] तीसरी विभक्ति।
उदाहरण-प्रदर्शन अव्यय । तइल देखो तेल्ल।
तंआ देखो तया = तदा। तइलोई स्त्री [त्रिलोकी] तीन लोक-स्वर्ग, तंट न [दे] पृष्ठ, पीठ । मर्त्य और पाताल ।
तंड न [दे] लगाम में लगी हुई लार । वि. तइलोक्क । न [त्रैलोक्य] ऊपर देखो। | मस्तक-रहित । स्वर से अधिक । तइलोय ।
तंडव (अप) देखो तड्डव । तइस (अप) वि [तादृश] वैसा, उस तरह तंडव अक [ताण्डवय्] नृत्य करना । का।
तंडव न [ताण्डव नृत्य, उद्धत नाच । उद्ध५३ For Private & Personal Use Only
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