Book Title: Prakrit Hindi kosha
Author(s): K R Chandra
Publisher: Prakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
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सज्जा-सढय
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
सज्जा देखो सेज्जा ।
सट्ट
सज्ज वि[सर्जित ] बनाया हुआ । सज्ज पुं [] नापित, नाई । रजक । वि सट्ठ न [ शाठ्य ] शठता, धूर्तता ।
सट्टय
सट्ठ (शौ) देखो छट्ठ ।
पुरस्कृत, आगे किया हुआ । दीर्घ । सज्जिआ स्त्री [सर्जिका ] साजी खार । सज्जीअ देखो स-ज्जीअ = स-जीव | सज्जीव
स्त्री [ षष्टि ] साठ । साठ संख्यावाला | ' तंत, यंत न ['तन्त्र ] सांख्य-शास्त्र | म वि ['तम] साठवाँ |
वि [ षष्टिक] साठ वर्ष की वयवाला । पुंन एक प्रकार का
चावल |
सज्जीव अक [सज्जी + भू] सज्ज होना ।
सज्जो देखो सज्ज = सद्यस् । सज्जोक्कवि [दे] प्रत्यग्र, नूतन, ताजा । सज्झ वि [ साध्य ] साधनीय । वश में करने योग्य । तर्कशास्त्र - प्रसिद्ध अनुमेय पदार्थ, जैसे धूम से ज्ञातव्य वह्नि । पुं. साध्यवाला, पक्ष । देवगण- विशेष | योग-विशेष । मन्त्र - विशेष | सज्झ पुं [सह्य] पर्वत- विशेष । वि. सहनयोग्य ।
सज्झतिय पुं [दे] ब्रह्मचारी | सज्झतिया स्त्री [दे] भगिनी । सज्झतेवासि पुं [स्वाध्यायान्तेवासिन् ] विद्या
शिष्य ।
सज्झमाण वि [ साध्यमान ] जिसकी साधना की जाती हो वह
सज्झव सक [दे] तन्दुरुस्त करना ।
सज्झस न [साध्वस] भय ।
सज्झाइय वि [ स्वाध्यायिक ] जिसमें पठन आदि स्वाध्याय हो सके ऐसा शास्त्रोक्त देश, काल आदि । न शास्त्र-पठन आदि । सज्झाय पुं [ स्वाध्याय ] शोभन अध्ययन, शास्त्रका पठन, आवर्तन आदि ।
सज्झाराय वि [साह्यराज ] सह्याचल के राजा से सम्बन्ध रखनेवाला, सह्याद्रि के
राजा का ।
सज्झिलग सज्झिल्लग
}
पुं [] भ्राता ।
सट्ट पुंस्त्री [दे] सट्टा, विनिमय । वि. सटा हुआ ।
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सक्कि
सट्टिय
पुंन [सट्टक] एक तरह का नाटक । खाद्य-विशेष |
सड अक [सद्] सड़ना । विषाद करना । अक गति
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विशोर्ण होना । करना, जाना ।
सड अ [राट् ] सड़ना । खेद करना । रोगी होना । अक जाना ।
सडंग न [ षडङ्ग ] शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द और ज्योतिष । वि वि [विद् ] छः अंगों का जानकार । सडा देखो सढा |
सडिअग्गिअ वि [दे] वर्धित | प्रेरित | सड्ढ सक [शद्] विनाश करना | कृश करना । सड्ढ पुंस्त्री [ श्राद्ध] श्रावक । वि श्रद्धेय वचनवाला | देखो सद्ध = श्राद्ध | सड्ढ देखो सड्ढ = सार्ध |
सड्ढइ पुं [श्राद्धकिन्] वानप्रस्थ तापस की एक जाति ।
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सड्ढा स्त्री [श्रद्धा ] स्पृहा, अभिलाष । धर्म आदि में विश्वास, प्रतीति । आदर । शुद्धि । चित्त की प्रसन्नता । देखो सद्धा । सड्ढि वि [श्रद्धिन् ] श्रद्धालु, श्रद्धावान् । सढिअवि [ श्राद्धि] देखो सड्ढ = श्राद्ध | सड्ढी देखो सड्ढ = श्राद्ध |
सढ वि [ शठ] धूर्त, मायावी, कपटी । कुटिल, वक्र । पुं. धतूरा । मध्यस्थ पुरुष ।
सढ पुं [दे] पाल, जहाज का बादवान । केश । स्तम्ब, गुच्छा । वि. विषम । सढयन [] कुसुम |
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