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पायाल
पालि
विशेष | न. महापद्मांग को चौरासी लाख गुणने पर जो संख्या हो । एक देव -विमान । 'पउमअंग न [° पद्माङ्ग] पद्म को चौरासी लाख से गुणने पर जो संख्या हो । 'पउमा स्त्री [द्मा] श्रेणिक की पुत्रवधू | पंडिय वि [ 'पण्डित] श्रेष्ठ विद्वान् । 'पट्टण न [पत्तन ] बड़ा शहर । पण्ण वि [ प्रज्ञ ] श्रेष्ठ बुद्धि वाला । पभ न [ 'प्रभ] एक देवविमान | पभा स्त्री [" प्रभा] एक राज्ञी । 'म्ह पुं [ पक्ष्म] महाविदेह वर्ष का एक प्रान्त । परिणा स्त्री ['परिज्ञा ] आचारांग के प्रथम श्रुतस्कन्ध का सातवाँ अध्ययन | ● पसु पुं [ 'पशु ] मनुष्य |पह पुं [पथ ] बड़ा रास्ता, राज- मार्ग | पाण न [प्राण ] ब्रह्मलोक स्थित एक देव - विमान | पुं [ पाताल] बड़ा पाताल-कलश | स्त्री. बड़ा पल्य । सागरोपम - परिमित आयु । 'पिउ पुं [पितृ] पिता का बड़ा भाई | 'पीढ पुं [पीठ ] एक जैन महर्षि । पुंख न [पुङ्ख] एक देव - विमान । 'पुंड न [ पुण्ड्र ] एक देव- विमान | 'पुंडरीय न [ 'पुण्डरीक ] विशाल श्वेत कमल । पुं. ग्रह-विशेष । देवविशेष | देखो पुंडरीअ । “पुर न. एक विद्याधर नगर । नगर- विशेष । पुरा स्त्री [ पुरी] महापक्ष्म-विजय की राजधानी । पुरिस पुं [पुरुष] श्रेष्ठ पुरुष । किंपुरुषनिकाय का उत्तर दिशा का इन्द्र | " पुरी देखो [°पुरा]। 'पोंडरीअ न [ ° पुण्डरीक ] एक देव - विमान | देखो 'पुंडरीय | फल देखो मह-प्फल | फलिह न [ स्फटिक ] शिखरी पर्वत का एक उत्तर-दिशा स्थित कूट | 'बल वि. महान् बलवाला । पुं. ऐरवत क्षेत्र का भावी तीर्थंकर । चक्रवर्ती भरत के वंश में उत्पन्न राजा । सोमवंशीय नर-पति । पाँचवें बलदेव का पूर्वजन्मीय नाम । भारतवर्ष का भावी छठवाँ वासुदेव ।
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कौष
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'बाहु पुं. भारतवर्ष का भावी चतुर्थ वासुदेव । रावण का सुभट । अपर विदेह वर्ष में उत्पन्न वासुदेव । भद्द न [भद्र ] तप- विशेष | 'पडिमा स्त्री [भद्र- प्रतिमा ] । 'भद्दा स्त्री [भद्रा ] कायोत्सर्ग-ध्यान का एक व्रत । भय देखो मह भय । भाअ, भाग वि [भाग ] महानुभाव, महाशय । ● भीम पुं. राक्षसों का उत्तर दिशा का इन्द्र | भारतवर्ष का भावी आठवाँ प्रतिवासुदेव । वि. बड़ा भयानक । भीमसेण पुं [भीमसेन] एक कुलकर पुरुष | भुअ पुं [भुज ] देव-विशेष । भुअंग पुं [°भुजङ्ग] शेषनाग । 'भोया स्त्री ["भोगा] एक महानदी | मउंद पुंन ['मुकुन्द ] वाद्य-विशेष | 'मंति पुं [ 'मन्त्रिन्] प्रधान मन्त्री । हस्तिसैन्य का अध्यक्ष | मंस न [ मांस] मनुष्य का मांस | 'मच्च पुं [अमात्य ] प्रधानमंत्री | 'मत्त पुं [ मात्र ] हस्तिपक
मरुया स्त्री [ मरुता ] श्रेणिक की एक पत्नी । 'मह पुं ['मह ] महोत्सव | महंत वि [महत्] अति बड़ा । माई (अप) स्त्री [माया ] छन्द - विशेष । 'माउया स्त्री [मातृका] माता की बड़ी बहन । माढर पुं [ माठर] ईशानेन्द्र के रथ सैन्य का अधिपति | माणसिआ स्त्री ['मानसिका ] एक विद्यादेवी । 'माहण पुं [ब्राह्मण] श्रेष्ठ ब्राह्मण | मुण [मुनि ] श्रेष्ठ साधु |
[घ] बड़ा मेघ । 'मेह वि [ 'मेध ] बुद्धिमान् । 'मोक्ख वि [° मूर्ख] बड़ा बेवकू | पुं [न] श्रेष्ठ लोग । 'यस देखो 'जस । ● रक्खस पुं [ राक्षस ] धनवाहन का पुत्र, लंका नगरी का राजारह पुं [ रथ ] बड़ा रथ । वि. बड़ा रथ-वाला । बड़ा योद्धा, दस हजार योद्धाओं से अकेला जूझनेवाला । 'रहि वि [रथिन् ] देखो पूर्व का २रा और
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