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चंपा-चक्कार संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दो कोष
३११ देवलोक में स्थित एक विमान ।
स्त्री [°शाला] तैलिक गृह । °सुह पु[°शुभ, चंपा स्त्री [चम्पा] अंग देश की राजधानी, | "सुख] मानुषोत्तर पर्वत का अधिपति देव । नगरी-विशेष । 'पुरी स्त्री. वही अर्थ। सेण पु[°सेन] स्वनाम-ख्यात एक राजा । चंपा स्त्री. देखो चंपय । कुसुम न. चम्पा का हर पु [°धर] चक्रवर्ती राजा, सम्राट् । फूल । °वण्ण वि [°वणं] चम्पा के फूल के | वासुदेव, अर्ध-चक्रो राजा। तुल्य रंगवाला, सुवर्ण-वर्ण ।
चक्कआअ देखो चक्कवाय । चंपारण (अप) पु [चम्पारण्य] देश-विशेष, चक्कंग पु [चक्राङ्ग] पक्षि-विशेष । चंपारन, तिरहुत कमिश्नरी (बिहार) का एक चक्कणभय न [दे] नारंगी का फल । जिला । चंपारन का निवासी।
चक्कणाहय न [दे] तरङ्ग, कल्लोल । चंपिअ न [दे] आक्रमण, दबाव ।
चक्कम । अक [भ्रम्] घूमना, भटकना । चंपिजिया स्त्री [चम्पीया] जैन मुनिगण की | चक्कम्म) एक शाखा।
चक्कम्मविअ वि [भ्रमित] घुमाया हुआ, चंभ पु[दे] हल से विदारित भूमि-रेखा। फिराया हुआ। चकप्पा स्त्री [दे] त्वचा।
चक्कय देखो चक्क। चकिद देखो चइद।
चक्कल न [दे] कुण्डल । हिंडोला का पटिया । चकोर पुंस्त्री. चकोर पक्षी ।
वि. वर्तुल, गोलाकार पदार्थ । विशाल, चक्क पुं [चक्र] चक्रवाक पक्षी, न. गाड़ी का |
विस्तीर्ण । पहिया । समूह । अस्त्र-विशेष । चक्राकार | चक्कलिअ वि [दे] चक्राकार किया हुआ । आभूषण, मस्तक का आभरण-विशेष । व्यूह- भिण्ण वि [भिन्न] गोलाकार खण्ड, गोल विशेष, सैन्य की चक्राकार रचना-विशेष । न. | टुकड़ा। एक देवविमान । °कंत पु[कान्त] स्वयं- | चक्कवा
की] चकवी। भूरमण समुद्र का अधिष्ठाता देव । °जोहि पु चक्कवाग । पु[चक्रवाक] चकवा । [योधिन्] चक्र से लड़नेवाला योद्धा ।
चक्कवाय । वासुदेव, तीन खण्ड पृथिवी का राजा । ज्झय चक्कवाल न [चक्रवाल] चक्राकार भ्रमण ।
[ध्वज] चक्र के निशानवाली ध्वजा ।। मण्डल, चक्राकार पदार्थ, गोल वस्तु । गोल °पहु पु[प्रभु] चक्रवर्ती राजा । पाणि पु. | जलाशय । गोल जल-समूह, जल-राशि । चक्रवर्ती राजा, सम्राट् । वासुदेव, अर्ध-चक्रवर्ती आवश्यक कार्य, नित्य-कर्म । समूह, राशि, राजा । °पुरा, °पुरी स्त्री [°पुरी] विदेह ढेर। पुं. पर्वत-विशेष । विक्खंभ पु वर्ष की एक नगरी । °प्पहु देखो °पहु । यर [विष्कम्भ] चक्राकार घेरा, गोल परिधि ।
[चर] भिक्षुक । °रयण न [°रत्न] | °सामायारी स्त्री [°सामाचारी] नित्य-कर्मचक्रवर्ती राजा का मुख्य आयुध । °वइ पु | विशेष । [°पति] सम्राट् । °वइ,°वट्टि पु [°वर्तिन्] | चक्कवाला स्त्री [चक्रवाला] गोल पंक्ति, छः खण्ड भूमि का अधिपति राजा, सम्राट् । चक्राकार श्रेणी। वट्टित्त न [°वर्तित्व] सम्राटपन, साम्राज्य। | चक्काअ देखो चक्कवाय । वत्ति देखो °वट्टि । °विजय पु. चक्रवर्ती | चक्काग न [चक्रक] चक्राकार वस्तु । राजा से जीतने-योग्य क्षेत्र-विशेष । °साला चक्कार पु [चक्रार] राक्षस वंश का एक
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