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सूरत जिला।
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रोंको तोड़कर बनी हैं यह बात सच पाई। रांदेरमें अब दि० जैन मंदिर एक है।
(३) पाल-सूरतसे ३ मील यहां श्री पार्श्वनाथका बहुत बड़ा जैन मंदिर है।
(४) मांडवी-ता० मांडवी यहां श्रीआदिनाथजीका दि० जैन मंदिर दर्शनीय है। इस पर यह शिलालेख है “ संवत १८५७ वर्षे वैशाख मासे कृष्ण पक्षे दश्यां तिथौ शनौ श्रीयुत संवत्सर सरखती गच्छे बलात्कार गणे कुन्दकुन्दान्वये भट्टारक सकलकीर्ति तदनुक्रमेण भ० श्री विजयकीर्ति तत्पट्टे श्री भ० श्री नेमिचन्द्रदेव तत्पट्टे श्री चन्द्रकीर्ति तत्पट्टे भ• श्री रामकीर्ति देव, तत्पट्टे भट्टारक श्री यशकीर्ति उपदेशात्....श्री मांडवी ग्रामे समस्त श्री संघ श्री मूलनायक श्री आदिनाथं नित्यं प्रणमति । शुभम् ।
यहां एक जैन श्वेतांबर मंदिर भी हैं जो संवत् ० १८४५में बना था।