Book Title: Nandanvan Kalpataru 2009 00 SrNo 22
Author(s): Kirtitrai
Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti

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Page 10
________________ +- - अनुक्रमः -- *--- - -- कृतिः कर्ता पृष्ठम् ललितकथा 'चाटुचर्याचमत्काराः देवषिकलानाथशास्त्री Fकाव्यानुवादः कलिङ्गो विजितोऽपि मानवता हता मुनिधर्मकीर्तिविजयः मुनिकल्याणकीर्तिविजयः आमन्त्रणम् अनुवादः सत्साधु(संत)-निर्णयः मुनिकल्याणकीर्तिविजयः कलिकालस्य भरत: (सत्यघटना) जागृति: मुनिरत्नकीर्तिविजयः मुनिरलकीर्तिविजयः मुनिधर्मकीर्तिविजयः मुनिधर्मकीर्तिविजयः आत्मजागृतिर्जयतु वाचश्चमत्कृतिः Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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