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भागलपुर नाथनगर के नजदीक भागलपुर एक मुख्य नगर है। कई दर्शनीय जिनमंदिर हैं । भागलपुरी टसरी कपड़ा अच्छा मिलता है । यहाँ से मंदारगिरि को जावे।
मंदारगिरि
गाँव में धर्मशाला व चैत्यालय है । वहाँ से १ मील दूर मंदारगिरि पर्वत है श्री वासुपूज्य भगवान् का मोक्षकल्याणक स्थान यही है। पर्वत पर दो प्राचीन शिखिरबंद मंदिर हैं । स्थान रमणीक है । वापस भागलपुर आकर गया का टिकिट लेवे।
गया ( कुलुहा पहाड़)
स्टेशन से २॥ मील दूर जैन धर्मशाला में ठहरे । यह बौद्धों और हिन्दुओं का तीर्थ है । दो जिनमंदिर भी हैं। यहाँ से ३८ मील के फासले पर कुलुहारहाड़ है, जिसे "जैनीपहाड़" नामसे पुकारते हैं। कहते हैं कि श्री शीतलनाथ भ० ने इस पर्वत पर तपश्चरण किया था। प्राचीन प्रतिमायें दर्शनीय हैं; परन्तु रास्ता खराब है। गया से ईसरी ( पारसनाथहिल ) स्टेशन उतरे; जहां धर्मशाला में ठहरे । यहाँ से सम्मेदशिखिर पर्वत दिखाई पड़ता है । गाडी या
मोटर सर्विस से पहाड़ की तलहटी मधुवन में पहुँच जावे । Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com