Book Title: Jain Tirth aur Unki Yatra
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Digambar Jain Parishad Publishing House

View full book text
Previous | Next

Page 158
________________ ( १४६ ) (७) जैन मन्दिर (गली मन्दिरवाली में ) छपे हुये शास्त्रों का अच्छा संग्रह, स्त्री शास्त्र सभा, गदरकाल से पहिले का (E) चैत्यालय ला मनोहरलाल जौहरी ( मंत्र शास्त्र व छपे शास्त्रों का संग्रह ) (१) जैन कन्या पाठशाला ( आठवीं कक्षा तक ) स्थापित संवत १६७५ सन् १६१८ (१०) हीरालाल जैन प्राइमरी स्कूल (११) जैनमन्दिर ( गली नत्थनसिंह जाट में ) ला०मक्खनलाल का (१२) श्राविकाशाला (गली नत्थनसिंह जाट में) (१३) जैन सेवा संघ (गली नत्थनसिंह जाट में ) करौलबाग - (१) जैन मन्दिर (छप्परवाले कूए के पास) प्रतिष्ठा स० १९३५ में हुई (२) मुंशीलाल जैन आयुर्वेदिक औषधालय न्यू देहली - राजा का बजार (१) अमवाल जैन मन्दिर ला० हरसुखरायजी का बनाया हुआ मुगलों के समय का मूलनायक प्रतिमा सं० १८६१ सन् १८०४ की (२) बुद्धि प्रकाश जैन रीडिंग रूम (३) खण्डेलवाल जैन मन्दिर मुगलों के समय का प्राचीन संवत २४८ की मूर्चि (४) जैनसभा स्थापित सन् १९३१ (रजिस्टर्ड) (५) दि० जैन ब्रादरी (सभा) Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

Loading...

Page Navigation
1 ... 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166