Book Title: Jain Tirth aur Unki Yatra
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Digambar Jain Parishad Publishing House

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Page 159
________________ ( १५० ) (६) जैनयंगमैन एशोसियेशन स्थापित सन् १९३५ (७) जैननिशि मुगलों के समय की पहाड़गंज (मन्टोले में)--(१) जैन मन्दिर कूचा पातीराम गली इन्दर वाली—(१) जैन मन्दिर संवत् १६४६ सन १८६२ का बना हुआ। (२) जैन प्रेम सभा (३) नेमिनाथ कीर्तन मंडल देहली दरवाजा-(१) जैन मन्दिर मुगलों के समय का दरियागंज--(१) श्री भारतवर्षीय अनाथरक्षक जैन सोसाईटी देहली स्थापित सन् १९०३ (रजिस्टर्ड) (२) जैन अनाथालय स्थापित सन् १९०३ (३) जैन चैत्यालय (४) जैन आयुर्वेदिक फार्मेसी (५) टेलरिंग डिपार्टमेंट (अनाथालय) (६) जैन प्रचारक (मासिकपत्र कार्यालय) (७) जैन एंग्लो वरनीकुलर मिडिल स्कूल (८) राय बहादुर पारसदास रिफ्रेंस लायब्रेरी (अंग्रेजी बहु मूल्य पुस्तकों का संग्रह) (8) ला० हुकमचन्द चैत्यालय (नम्बर सात में) (१०) रंगीलाल जैन होमियो पेथिक फ्री डिस्पैन्सरी Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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