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जैन-शिलालेख संग्रह
कडकोला-काद। वर्ष खर [=ी या पी. (डीड)।] [१] श्रीमत्-खर-संवत्सरदन्दु [२] कसेय-ऐचि-सोदि[] य म[४] गचंदयन निषिधिगेय क [५] ल् [ ] उ॥
अनुवाद-श्रीवाले खर संवत्सरमें, व्यापारी) कत्तेय-ऐचिसेटि के पुत्र चन्दयके निषिधिगे' का पाषाण । [IA, XII, P. 101, No 3 ] t. and tr.
४४३ सिग्गाम्बे ( जिला धारवाद कर वर्ष व्यय [1वीं या १३वीं शताब्दि ई. (हीट )।] [धारवाड़ जिलेमें बढापुर तालकाका तालुका स्टेशन सिग्गाम्वे है । यहाँके कलमेश्वर मन्दिरके सामनेके स्मारक पाषाण पर यह अभिलेख है।]
[१] स्वस्ति श्रीमत-व्यय-संवत्सरद मार्ग[२] सि (शि) रब ११ सु(थ)। देसी (शी) य-गणद बाळचं. [३] विद्यदेवर गु[इड सप (१) रसिंगि-से [८] टि [४] यफ स्वर्मा-प्रासनादनु ॥
अनुवाद स्वस्ति १ देशीयगणके बाळचन्द्रविद्यदेवके गुड (शिष्य या अनुयायी) (ब्यापारी) (१) सबरसिङ्गिसेटिने, शोभनीक व्यय संवत्सरके मार्गशिर ( महीने ) के कृष्ण पक्षकी एकादशी, शुक्रवारको स्वर्ग प्राप्त किया।
[IA, XII, P. 102, No, b.] t. and tr.