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बवामनके लेख
बोगीचंगमयाउसबोतराउल ।
प्रतिमाके चरणपरसे। कण्ठस्नायसाधु चतुर विहतिहिलि साफसाला हइ प्रणति
लेख स्पष्ट है। [ JASB XVIII, p. 951-953, No 3, t. & tr.]
६४४ पर्वत आबू-संस्कृव । [सं० १५१८ = १४६९ई.]
श्वेताम्बर खेस। [ Asiat. Res., XVI, p. 298-299, Nos
XIII & XIV, a. ]
६४५ गिरनार--संस्कृत। .
[सं० १५२२११६५ ई.] [ नेमिनाथ मन्दिरके दक्षिणको तरफके प्रवेशद्वारके प्राङ्गणमें टूठे
हुए खम्भेकी पश्चिमी दीवालपर] संवत् १५२२ श्री मूलसंघे भी हर्षकोर्षि श्री पनकीर्ति भुवनकीर्ति ... ... ...
अनुवादः-सं० १५२२, श्री मूलसंघके श्री हर्षकीर्ति, पनकीर्ति, भुवनकीर्ति,. ... ... ...
[ ASI, XVI P. 355, No 13, b.] ।