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19. मेघमाला पर्य
20. मौनएकादशी पर्व
21. लब्धिविधान प 22. सोलह भावना पर्व
23. नन्दीश्वर पर्व
24. दीपावली पर्व
25. महावीर जयन्ती पर्व
26. अक्षय तृतीया पर्व
27. श्रुतपंचमी पर्व
28. रक्षाबन्धन पर्व
29. क्षमावाणी पर्व 36. रत्नत्रय पर्व
31. दशलक्षण पर्व 32. ऋषभनाथजयन्ती
पर्व पूजन
33. रविवार पर्व 34. मुकुटसप्तमो
35. ऋषभनिर्वाण एवं 36. चन्द्रप्रभनिर्वाण पर्व
37. श्रेयांसनिर्वाण पर्व
भाद्र शु. 1 से आश्विन शु. 1 पौष कृष्ण 11
भाद्र शु. भाद्रपद कृष्णा 1 से आश्विन कृ. 1 तक कार्तिक फाल्गुन- आषाढ़
के अन्त आठ दिन कार्तिक कृ. 15 (वीरनिर्वाण )
चैत्र शुक्ला 18
वैशाखशुदी 3
से 8 तक
1
ज्येष्ठ शु. पंचमी
श्रावण शु. पूर्णिमा
आश्विन कृष्णा । भाद्र शु. 13 से पूर्णिमा तक
प्रति रविवार
श्रवण शु. 7
पंचपरमेष्ठीविधान
पंचपरमेष्ठी पूजन महावीर पूजन'
सोलह भावना पूजा
माघ कृष्ण 14
फाल्गुन शु. 7 श्रावण शु. पूर्णिमा
नन्दीश्वर
पूजा-विधान
दीपावली पर्व
पूजा - काव्य महावीर जयन्ती पूजन - काव्य
अक्षयतृतीया
पूजन-काव्य
श्रुतपंचमी
पूजन-काव्य
रक्षाबन्धन पर्व
पूजन- काव्य
भाद्र शु. 4 से 14 तक दशलक्षण पूजा- काव्य चैत्र
कृ. नवमी
पूजा - काव्य क्षमावाणी पूजा-काव्य
रत्नत्रय पर्व
ऋषभनाथ पूजा अथवा ऋषभजयन्ती
पूजा
पार्श्वनाथ पूजा
पार्श्वनाथ पूजा या
आदिनाथ पूजा
ऋषभनाथ पूजा
चन्द्रप्रभ पूजा श्रेयांसनाथ पूजन या
विष्णुकुमारमुनि पूजा
1 जैनव्रत कथा संग्रह सम्पादक पं. मोहनलाल शास्त्री, जबलपुर तृतीय संघ, पृ. 1-131
264 जैन पूजा काव्य : एक चिन्तन