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मोमटेश्वर स्थापना
जम्बूद्वीप सु भरत क्षेत्र में, है सुन्दर कनाटक प्रान्त श्रवणबेलगुलपुरी मनोहर, बहु जिनमन्दिर शाभित शान्त । चन्द्रगिरी की भव्य पहाड़ी, पर मन्दिर है अति प्राचीन, बिन्ध्यगिरि पर गोमटेश्वर, प्रतिमा आत्मध्यान में लीन। अखिल विश्व में नहीं दूसरी ऐसी कहीं श्रेष्ठ प्रतिमा दशों दिशा में गूंज रही है, श्री बाहुबलि की महिमा । पूच गोमटेश्वर दर्शन से हर्षित हृदय अमन्द हुआ,
भक्तिभाव से प्रभावन का अवसर ए न्य दुल' दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्रों के पूजा-काव्य क्र, तीर्थ क्षेत्र
तीर्थक्षेत्र रचयिता कवि का नाम
पूजा-काव्य 1. सम्मेदशिखर सम्मेदशिखरपूजा कवि जवाहरलाल (1वीं शती) 2. सम्मेदशिखर सम्मेदशिखरपूजा कवि जिनेश्वर दास 3. श्री कैलाशगिरिक्षेत्र कैलाशगिरिपूजा भगवानदास, (वि. 20वीं शती) 4. श्री गिरनारक्षेत्र गिरनारक्षेत्रपूजा रामचन्द्र पवीं शती) 5. चम्पापुर सिद्धक्षेत्र चम्पापुरपूजा पं. दौलतराम वर्गी 6. पावापुर सिद्धक्षेत्र पायापुरपूजा पं. दौलतराम वर्णी 7. गुगगावासिंद्धक्षेत्र गुणायापूजा पन्नालाल (वि.सं. 1972) 8. पटना सिद्धक्षेत्र पटनाक्षेत्रपूजा पन्नालाल (वि.सं. 1972) 9. खण्डगिरि उदयागेरि ख.उ.क्षेत्रपुजा मुन्नालाल कवि 10. कुन्थलगिरिक्षत्र अन्धलगिरिपूजा पं. कन्हैयालाल, कविराजमल ।।. गजपन्या क्षेत्र गजपन्यापूजा कवि किशोरीलाल (स, 19-19) 12. मांगीतुंगीगिरिक्षेत्र मांगीतुंगीपूजा कवि गोपालदास, कविराजमल 18. पावागढ़क्षेत्र
कवि सेवक (राजभल सं. 1967) 14. शत्रुलयतीर्थक्षेत्र शबँजयपूजा कवि भगोतीलाल (सं. 1949) 15. हस्तनापुरक्षेत्र हस्तिनापुरपूजा । पं. मंगलसेन विशारद 16. चौरासीमथुरातीर्थ मथुरापूजा अज्ञात 17. तारंगागिारक्षेत्र तारंगागिरिपूजा कवि दीपचन्द्र, कवि राजमल 18, सिद्धवरकूटक्षेत्र सिद्धवरकूटपूजा महेन्द्रकीर्ति I. पूजनदीपिका : काय राजमल, पृ. 36-41
996 :: जैन पूजा काव्य : एक चिन्तन