Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 04 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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संयम और असंयम आदिके भेदों का निरूपण ६७८-६८१ अतसी कुसुम आदि धान्यों का योनिकाल-उत्पादक स्थिति कालका निरूपण
६८२-६८४ बादर-अप्कायिक आदिकों का स्थितिकालका निरूपण
६८५-६८५ शक्र और ईशानेन्द्र के अग्रमहिषीयोंकी संख्याका और स्थितिका निरूपण
६८६-६८८ सनत्कुमार आदि कल्पों में रहे हुए देवों की स्थितिका निरूपण
६८९-६९० नन्दीश्वरद्वीपके अन्तर्गत द्वीपों का निरूपण ६९१-६९५ चमरेन्द्रादिकों के अनीक और उनके अनीकाधिपतियों का निरूपण
६९६-७०४ चमरेन्द्रादिकों के पादातानीक और उनके अनीकाधिपतियों का निरूपण
७०५-७१२ सात प्रकारके यवन विकल्पोका निरूपण
७१२ बिनयके स्वरूपका निरूपण
७१३-७२७ समुद्घातके स्वरूपका निरूपण
७२८-७३५ नियों के स्वरूपका निरूपण
७३६-७३९ साता और असाताके स्वरूपका निरूपण
७४० ज्योतिष्क देवों का निरूपण
७४१-७४५ देवों के निवासभूत कूटोंका निरूपण
७४६-७४८ द्वोन्द्रिय जीवों का निरूपण
७४९ चयादिका निरूपण
७४९-७५१
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१४७ १४८ १४९
समाप्त
श्री. स्थानांग सूत्र :०४