Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 03 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 16
________________ ज्ञातधमकथाङ्गसूत्र भा. २ १४७ १७ मद्यपानमें आतक्त-निद्राजनक द्रव्यमें आसक्त ૧૪૭ ૨૯ મદ્યપાનમાં – નિદ્રાજનક દ્રવ્ય આસક્ત માં આસક્ત ज्ञातधर्मकथासूत्र भा० ३ ३३४ ३ भगवताऽऽवश्यके-भगवताऽनुयोगद्वारे ज्ञातधर्मकथाङ्ग भा. ३ ३३४ १७ आवश्यकसूत्रमें अनुयोगद्वारसूत्र में છે ૧૯ આવશ્યકસૂત્રમાં અનુગદ્વાર સૂત્રમાં अन्तकृद्दशाङ्गसूत्र २९५ १० दसदस दसअट्ठ अन्तकृद्दशांग २९५ ११ सत्तमवग्गे तेरस उद्देसगा, इतना पाठ छूट गपाहै सो वहां समझ लेवें आचारांगसूत्र भा. २ आचारांग सूत्र भा. २ १२२ ८ नेत परिणाणा नेत्तपरिणाणा अपरिहीणा फरस- अपरिहीणाजीह परिणाणा अपरि परिष्णाणा अप. हीणा रिहीणा फरिस परिणाणा अपरिहीणा २८१ १४ निन्यानवे अद्वान , २६ नपा ४३० २० कालकरके कालकरके अवेयक आदि ) देवलोकमें से ४३० २८ ४८ शन श न પ્રિયઆદિ દેવલોકમાંના ७३०-२१ शुशिम येत्य गुशिल येत्य (जेन रास२) - Bधान मनाया दशाश्रुतस्कंध दशाश्रुतस्कंध ज्ञातधर्मकथासूत्र भा. २ श्री. स्थानांग सूत्र :03

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