Book Title: Agam 02 Ang 02 Sutrakrutanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Ratanmuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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________________ परिशिष्ट 4 : ग्रन्थ सूची आयारवसा (मूल-अर्थ-टिप्पणयुक्त) सम्पादक : पं. मुनिश्री कन्हैयालालजी 'कमल' प्रकाशक : आगम-अनुयोग प्रकाशन, सांडेराव (राजस्थान) उत्तराध्ययन सूत्र (मूल-अर्थ-विवेचनयुक्त) सम्पादक : दर्शनाचार्य साध्वी श्री चन्दना जी प्रकाशक : वीरायतन प्रकाशन, आगरा (उ.प्र.) कल्पसूत्र (व्याख्या सहित) सम्पादक : देवेन्द्र मुनि शास्त्री, साहित्यरत्न प्रकाशक : आगम शोध संस्थान, गढसिवाना (राजस्थान) कप्पसुत्तं (मूल अर्थ-टिप्पणयुक्त) सम्पादक : पं. मुनिश्री कन्हैयालालजी 'कमल' प्रकाशक : आर.म-अनुयोग प्रकाशन, सांडेराव (राजस्थान) उवासगदसाओ (अनुवाद-विवेचन-टिप्पणयुक्त) संयोजक एवं प्रधान सम्पादक : युवाचार्य श्री मधुकर मुनि जी अनुवादक-विवेचक-सम्पादक : डॉ. छगनलाल शास्त्री, एम. ए., पी-एच-डी. प्रकाशक : श्री आगम प्रकाशन समिति, जैन स्थानक, पिप्पलिया बाजार, ब्यावर (राजस्थान) ज्ञातासत्र सम्पादक : पं. शोभाचन्द्रजी भारिल्ल', 'न्यायतीर्थ' प्रकाशक : स्थानकवासी जैन धार्मिक परीक्षा बोर्ड, पाथी (अहमदनगर) ठाणं (मूलाथै-विवेचन-टिप्पणयुक्त) सम्पादक-विवेचक : युवाचार्य महाप्रज्ञ श्री नथमल जी प्रकाशक : जैन विश्व भारती, लाडनूं (राजस्थान) अन्तकृददशांग (मूल एवं अर्थ) सम्पादक : रतनलाल जी डोशी प्रकाशक : अ. भा. साधुमार्गी जैन संस्कृति रक्षक संघ, सैलाना (म० प्र०) दसवेआलियं (विवेचनयुक्त) सम्पादक-विवेचक : युवाचार्य महाप्रज्ञ मुनिश्री नथमल जी प्रकाशक : जैन विश्व भारती, लाडनूं (राजस्थान) प्रश्नव्याकरण सूत्र (मूल-अर्थ-भावार्थ-व्याख्यायुक्त) व्याख्याकार : पं. हेमचन्द्रजी महाराज सम्पादक : अमरमुनिजी महाराज प्रकाशक : सन्मति ज्ञानपीठ, लोहामन्डी, आगरा-२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org