Book Title: Agam 02 Ang 02 Sutrakrutanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Ratanmuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 827
________________ AWW 714 708 पंचमे 646 पंजरं द्वितीय परिशिष्ट : विशिष्ट शब्दसूची ] | 245 पुरत्था 865 पेमरसेसु 808 पुत्थिमातो 636 पेसुण्णायो 683 पुराकडं 787 पेसा (से) (प्रष्य) 671, 71 पुराणं पेस्सा 834 पुरिमड्ढिया 714 पोंडरिय 638, 711,730 पुरिस 636, 732-736, 812, 813, पोयए 818, 833, 840 पोयं पुरिसअभिसमण्णागता 16. पोरबीया 722 पुररिसयासीविसे पोसह (ध) 715, 856, 865 पुरिसज्जा (जा) ए(ते) 336, 640, 641 पकबहुले 704,713 पंच 710, 762 पुरिसत्ताए 732, 734 पंच पंचमहन्भूतिए 654, 658 पुरिसपज्जोइत्ता 660 पंचमहव्वतियं 872, 873 पुरिसप्पणीया 660 पंचमासिए 714 पुरिसलक्खणं 666 पुरिसवरगंधहत्थी 646 पंचासव 792 पुरिसवरपोंडरीए 661 पूरिसवरे 646 पंडित (य) 636, 640, 643, 716 पुरिसविजियविभंग पंतचरगा 714 पुरिससीहे पंतजीवी 714 पुरिसादीया पंताहारा 714 पुरिसोत्तरिया 660 पंसुवुट्ठि (पांशु वृष्टि) पुलए 745 फरिस पुब्बकम्मावसेसेणं फरसं पुव्वसंयोगं फलगसेज्जा 714 पुवामेव फलत्ताए 723 पुवाहारितं (यं) फलिऐ 745 पुव्विं 870 फासमंता पुव्वुत्तं फासा 668, 675, 683,714 पुव्वं 820 फासुएसणिज्जेणं 715 पूयणाए 652 बद्धा 707 पेगता 732-735 बल 683, 715 बलमदेण पेज्जाओ 366 बलवं पेढालपुत्तं 845-848,851, 852 बहवे 638,750,801 868,870-873 बहस्सइचरियं 161616 GW.MR0 पेज्ज 708 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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