Book Title: Agam 02 Ang 02 Sutrakrutanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Ratanmuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
View full book text ________________ [ 227 सूत्राङ्काः 748,746 648, 646 747,746, 752 702 714 710 852 764, 855 676, 753 746,854 854 820 748, 846 द्वितीय परिशिष्ट : विशिष्ट शब्दसूची विशिष्टशब्दाः सूत्राङ्काः विशिष्टशब्दाः अविरती 716 असंतएणं अविरते 747,746, 751 असंविज्जमाणे अविविचिया 752 असंवुडे अविसंधि 854 असंसइया अवंझा 656 असंसठ्ठचरगा अव्वत्तरूवं 833 असंसुद्ध अव्वयं 833 अस्माक अव्वोगडाणं 870 अस्समण अव्वोच्छिण्णो 866, 870 अस्सायं(तं) असच्चा 818 अस्सिंपडियाए असण-पाण-खाइम-साइमेणं 715 अस्संजते(ए) असणण 652 अस्संजयस्स असण्णिकाय 752 अहट्ठे असणिणो 751-752 अहणतस्स असण्णिदिटठते 751 अहमंसि असमाहडसुहलेसे 705 अहतवत्थपरिहिते असल्लगत्तणे 710 अहम्मिया असवणयाए 870 अहाकडाई असिलक्खणं 708 अहादरिसियमेव असुभ 666, 713 ग्रहापरिग्गहितेहिं असमुच्छिया 752 अहाबीएणं असव्वदुक्खपहीणमग्गे 710,712, 713, 716 अहारिहं असाहु 816 अहालहुगंसि असाहू(धू) 615, 651, 710, 712, 713 अहालहुसगंसि 716, 780 अहावका(गा)सेणं असिणाइत्ता 856 अहासुहं असिद्धिमग्गे 710 अहिए(ते) असिद्धी 651, 655, 778 अहिंसयं असील अहियासिज्जति असुभा 713 अहिसमेति असूयाणं 870 अहीणं असूई 713 अहे असेसं अहेभागी असंजते (ए) 747,751,752, 822 / अहोनिसं असंजयअविरयापडिहयपच्चक्खायपावकम्मे 751 आइक्खतेण्हं x was w 845 715 723, 732-737 705 704 723, 732-737 873 704,713 800, 817 751 787 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
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