Book Title: Agam 02 Ang 02 Sutrakrutanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Ratanmuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 823
________________ धवे द्वितीय परिशिष्ट : विशिष्ट शब्दसूची ] [241 धम्माणुगा (या) 714, 715, 856, 860 नाणारुई 708, 718 धम्मिट्ठा 14 नाणारंभा 708, 718 धम्मिय 714, 715, 856,860, 866 नाणावण्णा 723, 724, 730, 738 धरणितलपइट्ठाणे 713 740-742 धरणितलं 713 नाणाविहजोणियाणं 725, 828, 730 धाईणं 688 738, 739, 743 धारए 755 744, 746 धारयते 786 नाणाविहवक्कमा 738, 746 धिज्जीवितं (धिग्जीवितं) नाणाविहसरीरपोग्गलविउविता 723 धिति 713 नाणाविहं 708 धुतकेस-मंसु-रोम-नहा 714 नाणाविहाणं 723, 735, 739 नाणासीला 708, 718 धूणमेत्तं नाणासंठाणसंठिया 723 धूता 671, 699, 713 नाणे 832 धून बहुले 713 नातिसंयोगा 674 धूय मरणाणं 716 नाभिमता ध्या (दुहित) 688, 704 नायो 667 नउलाणं 636 नायगं नक्क-उच्छिण्णयं 713 नायपुत्त 647, 805, 826 नक्षत्त 713 नायहेउ नगर 842 नाया 647 नग्गभाव . 714 नालदाए 843, 844 नपुसगं 733-735 निंदणानो 714 नलिणत्ताए 730 निगमघायंसि 699 नवनीतं निगंथ 644, 715, 846, 847, 806 854, 855 नाकामकिच्चा 803 निग्गंथधम्मम्मि 828 नाणत 735, 737 निग्गंथीयो 644 नाणविहसंभवा 738, 746 निच्चं 750 नाणागंधा 723 निच्छयष्णू नाणाछंदा 708,718 निज्जरा नाणाझवसाणसंजुत्त 618, 708 निज्जारगमग्गं 854 नाणादिट्ठी 708, 718 निज्जियसत्तू नाणापण्णा 708,718 नितिए (नित्य) नाणाफासा 723 निदाए (निदात) नाणारसा 723 निदाणेणं 708 नवं Prom Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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