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आओ संस्कृत सीखें
733 1. इकारांत और उकारांत नामों के अंत्य इ और उ का प्रथमा द्वितीया के औ
प्रत्यय सहित दीर्घ ई तथा दीर्घ ऊ होता है । उदा. मुनि + औ = मुनी
भानु + औ = भानू 2. प्रथमा के अस् प्रत्यय पर इकारांत व उकारांत नामों के इ तथा उ का
क्रमशः ए तथा ओ होता है | उदा. मुनि + अस्
मुने + अस् = मुनयः भानु + अस्
भानो + अस् = भानवः 3. चतुर्थी का ए तथा पंचमी-षष्ठी के अस् प्रत्यय पर इकारांत व उकारांत
नामों के अंत्य इ तथा उ का ए तथा ओ होता है । उदा. मुनि + ए
मुने + ए = मुनये भानु + ए भानो + ए = भानवे मुनि + अस् = मुने + अस्
भानु + अस् = भानो + अस् 4. ए और ओ के बाद पंचमी षष्ठी के अस् का र होता है ।
मुने + र् = मुनेः
भानो + २ = भानोः 5. संबोधन में ह्रस्व स्वरांत नामों के अंत्य स्वर का स् प्रत्यय सहित गुण होता है ।
मुनि + स् = हे मुने !
भानो + स् = हे भानो ! 6. षष्ठी बहुवचन में त्रि का त्रय होता है ।
त्रि के रूप प्रथमा
त्रयः | द्वितीया । त्रीन ।