Book Title: Aao Sanskrit Sikhe Part 01
Author(s): Shivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
Publisher: Divya Sandesh Prakashan

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Page 191
________________ आओ संस्कृत सीखें 1166 14. अरे किङ्करा ! यूयं इमान वृक्षान् जलेन सिञ्चत | 15. हे पुत्र ! साधुर्भव प्रभूताच विद्यां लभस्व | 16. अरे ! त्वं नृपस्य समीपे गच्छ, गत्वा च नृपाय कथय यद् अस्मात्पञ्जराद्विहगान मुञ्च । 17. धनस्य लोभादपि मयाऽसत्यं न कथ्यताम् । 18. एतान मृदो घटान गृहं नयध्वम् । 19. गोपोधेनूामं नयतु । 20. आगच्छत, वयमत्रोद्याने उपविशाम | 21. दिनेश ! अथ त्वं पठ, मा रमस्व ! संस्कृत का हिन्दी अनुवाद 1. वर्धमान स्वामी को नमस्कार हो । 2. सभी जगत् का कल्याण हो । . 3. हे विद्यार्थियो ! व्याकरण पढ़ो । 4. बालिकाएँ देव के आगे नाच करें । 5. रतिलाल ! तू असत्य मत बोल | 6. शत्रु विपरीत मुखवाले हों। 7. हे तृष्णा ! अभी तुम मुझे छोड़ दो । 8. तुम मेरे मित्र हो । 9. पाप शांत हो जाओ। 10. वे जिनेन्द्र जय पाएँ। 11. हे मानवो ! विनय को मत छोड़ो। 12. हे देवदत्त ! आसन पर बैठ और पानी पी । 13. हे देवदत्त ! खूब जीयो और विद्या प्राप्त करो । 14. हे माता ! वापस हम शत्रुजय जाएँ । 15. नौकरो ! वजन उठाओ और जल्दी चलो | 16. अरे ! हम संस्कृत पढ़े या अंग्रेजी ? 17. तुम्हारे द्वारा देव पूजे जाएँ और उनकी आज्ञा मानी जाय ।

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