Book Title: Aao Sanskrit Sikhe Part 01
Author(s): Shivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
Publisher: Divya Sandesh Prakashan
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आओ संस्कृत सीखें
संस्कृत - धातुकोश: ।
करना ।
अभि + क्रोध करना ।
अट् ग 1.प. = घूमना, भटकना अनु-रुध् ग.4 आ. = इच्छा करना, मानना, अधीन होना ।
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अर्च् ग.1.प. = अर्चा करना, पूजा करना। अर्थ् ग. 10. आ. = प्रार्थना करना । प्र + प्रार्थना करना ।
अप् ग. 10. प. = देना । प्रदान करना अस् ग. 2. प. = होना ।
अव + गम् = जानना । इष् (इच्छ्) ग.6.प. = इच्छना, इच्छा निर् + गम् = निकलना ।
ऋध् ग. 4.प. = बढ़ना | सम् + समृद्ध होना, आबाद होना । कथ् ग. 10.प. = कहना, कथा करना । कम्प् ग.1.आ. = कंपना, धूजना ।
खाद् ग. 1.प. = खाना | गण ग. 10.प. = गिनना, गिनती करना,
कस् ग. 1.प. = खिलना | वि = विकस्वर होना, खिलना । कष् गण. 4.प. = गुस्सा करना काश् ग.1.आ. = प्रकाशित होना । प्र + प्रकाशना । प्रकाशित होना । कुप् ग.4.प. = कोप करना । क्रीड् ग.4.प. = क्रीडा करना, खेलना । क्रुध् - ग.4.प. = क्रोध करना, गुस्सा
गणना करना ।
गम् (गच्छ्) ग.1.प. = गमन करना, जाना।
आ + गम्
करना ।
उद्+गम् ऊँचे = जाना, उगना । गर्ज् ग. 10.प. = गर्जना करना ।
ईक्ष् ग.1.आ. = देखना ।
निर् + निरीक्षण करना, सूक्ष्मता से देखना । गै ( गाय्) ग. 1.प. = गाना |
अप + अपेक्षा रखना ।
सम् + अच्छी तरह देखना । उद्+वि + देखना ।
परि + परीक्षा करना ।
= आना ।
घुष् ग.10.प. =
करना ।
घोषणा करना, आवाज
चर् ग. 1.प. = चरना, आ + आचरण करना
फिरना ।
चल् ग. 1.प. = चलना | चिन्त् ग.10.प. = करना, सोचना ।
चिंतन करना,
चिन्ता
चुर् ग.10.प. = चोरी करना ।
जन् (जा) ग.1.आ. = जन्म होना, होना ।
प्र+जन् (जा) = उत्पन्न होना ।
जप् ग. 1.प. = जपना, जाप करना । जि ग. 1.प. = जय पाना, जीतना । परा+ग.1.आ. = पराजित होना, हार जाना वि + ग. 1.आ. = विजय पाना, जीतना । जिम् ग.1.प. = खाना ।
पैदा

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