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आओ संस्कृत सीखें
11565 4. रतिलाल ! इदं पुस्तकं कस्यास्ति । ? 5. कुमुदचन्द्र ! एतत्पुस्तकम्ममास्ति । 6. अमूनि दृश्यन्ते तानि गृहाण्यस्माकं सन्ति | 7. मत्रैते द्वे पुस्तके स्तः ते आवयो र्द्वयोः स्तः । 8. मह्यं धर्मो रोचते तुभ्यञ्च धनं रोचते | 9. एतौ द्वौ जनौ कस्माद् ग्रामादागतौ स्तः ? 10. एतेषु ग्रामेषु पुरा प्रभूता जैना अवसन् । 11. मयैकेन इमे सर्वे ग्रामा रक्ष्यन्ते । 12. येषां स्वभाव उदारोऽस्ति ते सर्वेभ्यो रोचन्ते । 13. या कन्याः पठन्ति ताभ्योऽहं पारितोषिकं यच्छामि । 14. एष रतिलालः सर्वासु कलासु प्रवीणोऽस्ति । 15. एते द्वे बाले, के द्वे पुष्पमाले असृजताम् । 16. इयं सरला स्वे द्वे पुस्तके नयति । 17. अमूः कुम्भकारस्याङ्गना मृदो घटान् सृजन्ति । 18. यस्यां मथुरायां कृष्णोऽजायत तां परित्यज्य अस्यां द्वारिकायां सोऽवसत् ।
संस्कृत का हिन्दी अनुवाद 1. कौन क्या बोलता है ? 2. किसका मैं और किसका भाई ? 3. जिसके पास धन है वह मनुष्य कुलवान है ।
सभी गुण सुवर्ण के अधीन हैं। 5. कर्तव्य से भ्रष्ट हुए को सभी व्यर्थ है ।
राजा कभी भी अपने नहीं होते हैं। 7. धर्म सभी का भूषण है। 8. जो संकट में खड़ा रहता है, वह भाई है । 9. मैं अकेला हूँ, मेरा कोई नहीं है। 10. ये दो भोगीलाल के पुत्र हैं। इन दोनों का ज्ञान अच्छा है | 11. यह वन रमणीय है, ये आम हैं, आम के पके हुए फल मुझे अच्छे लगते हैं |