Book Title: Panchadhyayi Purvardha
Author(s): Makkhanlal Shastri
Publisher: Granthprakashan Karyalay Indore

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Page 14
________________ (१३) शुद्धिपत्र। प्रथम अध्याय। पृष्ट. पंक्ति. शुद्ध. अशुद्ध. पृष्ठ. पंक्ति. अशुद्ध. शुद्ध. १८५ २९ त य न पर्यय ७४ ११ पर्यायनिपेक्ष पर्यायनिरपेक्ष १८५ २९ द्रव्यं गुणो नय द्रव्यं गुणोन पर्यय ७७ ११ अमाव अभाव १९० १० निञ्चयन यस्य निश्चयनयस्य ७८ २९ चूकी हैं चुका है १९१ १४ विभणिमं विमणियं ९० १० तस्मद्विधि तस्माद्विधि | १९२ १० (मैंसा) (भंसा) • ९५ १ पक्षात्मो पक्षात्मा १९६ २८ अधीम आधीन अर्थ | १९४ १८ निश्चन निश्चयनय १९५ २ धत्तः धतः १२० २ वीत वर्तित |१९६ २८ अनुत अनुगत १२१ १ दष्टांतभास दृष्टांताभास | १९६ २९ प्रतीत प्रतीति १२१ ११ अद्वैत् अद्वैत १९८ १९ सायान्य सामान्य १२३ २७ सन्नप सन्नय | १९८ १९ सायान्य सामान्य १२५ ८ निरोध विरोध । २११ ७ स्यान्मतिज्ञाने स्यान्मतिज्ञानं . १२९ २९ किश्चित् किंचित् २१३ १८ साफल्प साकल्य १२१६ १ खंड न तल्लक्षण १३८ ११ खंडन तल्लक्षणं २१८ २२ गुंफितैक भधुसूदनः मधुसूदनः १३८ १४ गुंफिकतैक २१८ २७ विनिम्ता विनिमृताः १५४ १८ (स्त्र) (शस्त्र) १५६ ४ दूसरे दूसरा २२० ११ नाम नाममें १५९ ९ इससिये इसलिये । २२५ १६ व्यवहारन्तभूतो व्यवहारान्तर्भूतो १६० २ विमाव विभाव २२५ १८ अनय अनन्व १६२ २२ उपयुक्त उपर्युक्त २२५ २८ पयायें पर्यायें १६३ ९ वस्तुका वस्तुका गुण २२६ २२ भोज्यं योज्यं १६४ १ सिद्धात्वात् सिद्धत्वात् . द्वितीय अध्याय । १६५ २४ मावमय भावमय २ ८ सामान्य सामान्य १६९ २८ आवयवी अवयवी ३ २६ मिताण मित्ताण १७१ २५ नाशंकयं नाशक्यं ६ २२ इंद्रियों इंद्रियों १७३ १७ कतृता कर्तृता ७ १० उसक उसका SEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEE Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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