Book Title: Painnay suttai Part 2
Author(s): Punyavijay, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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पढमं परिसिटुं
गाहा
गाहंको । अणुबद्धमपस्संता १७३९, २०८१ अणुबद्धरोस-वुग्गह
८१३ अणुमाणेऊण गुरुं
1282 अणुराहा रेवई घेव
६९४ अणुलोमायणाए
२४२४ अणुवमममेयमक्खय
1894 अणुसजमाणए पुण
1353 अणुमहि सारणा तह
1373 अणुसासिय पुत्ताई
२५६० अणुसुयइ सुयंतीए अणुसूरं पडिसूरं
1076 अणुसोयइ अण्णजणं
१३३८ अण्णसमएण पुच्छा
2503 अण्णहवयणं तइयं
1451 अण्णाणतमंधेणं
2766 अण्णाण-पमाएणं
३८०३ * अण्णाणमूलकं खलु भो!
१७८३ अण्णाणविप्पमूढप्पा...। कोवं १९७१
। माणं १९७३ । माय १९७५
।लोभ अण्णाणं परमं दुक्खं
१७८४ अण्णाणी वि य गोवो
1405 अण्णागेण अहं पुवं
१७८७ अण्णाणे नस्थि रुई
951 अण्णातयम्मि अट्टालगम्मि किं
१९८७ अण्णायकम्मि अट्टालकम्मि जग्गंत अण्णे य गुणा बहवे
३११५ अण्णे वि अस्थि देसा
४१८६ अण्णेसु पि भवेसुं
2255 अण्हाणमणुष्वट्टण
1078 अत्तं-परजोगेहि य अत्थनिमित्तमतिभयं
1588 अस्थमणे संझागय
६७९ अत्थम्मि हिए पुरिसो
610 अस्थाण वंजणाण य
1759 अत्थादाई जणं जाणे
२०३९ पा. १७
गाहा
गाईको अस्थादीणं तिण्हं
1761 अस्थि पुण केइ पुरिसा अस्थि मे तेण देति
१७१५ अत्येगे गोयमा! पाणी
२८८५ अत्थे संतम्मि सुहं
612 अथिरतं असुहत्तं
550 अदुवा परिसामज्झे
१६१७ अद्दा अस्सेस जेहा य अद्दिपरकरिसा
1127 अद्धकविठगसंठाण
८२ अद्धजोयणिया उगहा
८९ अद्धमेहिं राइदिएहिं
२२९ अद्धनवमा य मासा तिणि
४१६० " ", वासा
४५८० अद्धाणरोहए जणवए
1308 अद्भुट्टा कोडीओ
३१०४ अध दुस्समाए कालो
३२३४ अधवा सुवण्णमासेहि अध हवति भागलद्धं...उत्तरं ३३७९
" " , ...दक्खिणं ३३७५ * अधासच्चमिणं सव्वं
१९२७ अधुर्व संसिया रज
१८४५ अनियाणकडा रामा
४१५५ अनियाणोदारमणो
२६६९ अन्नयरमउम्मत्तो
635 अन्नहा स मणे होइ
१६१४ अन्नं इमं सरीरं अन्नो जीवो ११५२, २४४९ " , , , हं इय
१११८ "" " , बंधवा १३३९ अन्नं पि जंपमाया
109 अन्नं पिय जंकिंचि वि
२६२९ अन्नं पिय दुच्चरियं
2789 अन्नं रयति अन्नं
४७३ अन्नाणतिमिरसूरो
265 अन्नाणंण मए
273, 1952 अन्नाणि जाणि काणि वि 300, 1979 अन्नागी वि य गोवो
२७२०
..
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