Book Title: Painnay suttai Part 2
Author(s): Punyavijay, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay

View full book text
Previous | Next

Page 325
________________ 56 २१८९ २७२ 'पइण्णयसुत्ताई भाग १-२'गंथाणं गाहाणं अणुक्कमो गाहा गाहंको । गाहा गाहको एकंतरिता मासा ३४२१ एगअहोरत्तेण वि १३८७ एक्कं पंर्डियमरणं छिंद ९९४, १४८९, एगगो वि हु जो लहइ 642 2415 एगडिभाग काऊण " , पडिवज्जिय १५३० एगट्ठीए छेत्तुंग ३२९२ एक व दो व तिनि व...। गीयस्थ एगत्तभावणाए 1062 """""...। संविगा 69 एगत्तीसतिभागा ३५३५ एकं ससल्लमरणं ६४४ एगत्थ सुरसमिद्धिं 870 एक्काए अग्गिजालाए ६२ एगमवि भावसल्लं 1261 " जलुम्मीए * एगमेगस्स णं भंते ! मुहुत्तस्स " वायगुंजाए एगम्मि वि जम्मि पए संवेग वीय- २८७२ , विजुयाए " ,, ,, संवेयं कुणइ 1421 एक्का कोडाकोडी ३५६२ एगं च सयसहस्सं अठाणउतिं ३२८७ एक्कामासपवत्थाओ 1538 " " " ४०५ एक्का य कोडकोडी ३२३३ ,,, वित्थिण्णाओ उ आणु" , होइ रयणी २९१ एक्कारस य सहस्सा छ प्पि १२५ ही सहस्स- २१६८ " " , पंचेव ३१८८ "" " वित्थिण्णो २३०१ " वि गणहरा एगं चेव सहस्स छलसीयं २१३७, २२०७ एक्कारसि एक्कारसि ३९५७ ,,, ,, पंचेव २१३६, २२०६ एक्कारसुत्तरं हेट्ठिमए १८२ एगंतगुणेऽरहिया १०७८ एक्कासि एगनउया २१८३ एगंतमणावाए २४१९ एक्काहिग-बेहिग-तेहिगाण ३२२५ एगं तु सयसहस्सं अजिय ४०१४ एक्केवम्मि य जुयले नियमा छावत्तरिं -७४ ,, , सीसाणं ४०२२ ." "" , भवणा एगतो मिच्छत्तं ४७५४ एकेक खवयंतो 2508 एगं पंडियमरणं ७७१ एकेकीबाहाए । २३०५ एगाइकवलहाणी 1070 एक्केकीय दिसाए ३९८५ एगाइ गिरा णेगे २५३४ एक्कको अणुबद्धं (१ अणवरयं) ४५२३ एगागिस्स हु चित्ताई 1144 एक्को उप्पजए जीवो १४५४ एगा जोयत्तकोडी छन्वीसा २१४६ , करेइ कम्मं एक्को १४८४ " " बायालीसे २८०, ४७७२ "" , फलमवि १४५५ " य होइ रयणी ४७८७ " जायइ जीवो २६०७ , विसा समत्था २७१०, 1395 " मरइ य ९९२ एगासिइ कोडीणं २१४९ मे सासओ अप्पा १४५६ एगासि एगनउया २१५१ , य सत्तमाए ४१५६ एगा हिरनकोडी ४६०२ ...हं नस्थि मे कोई न चाह1 चाह- .. १४५३ एगाहेण तवस्सी ८८२ """", नस्थि वा .. ६४९ । एगिदिएसु जीवेसु 2746 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427