Book Title: Painnay suttai Part 2
Author(s): Punyavijay, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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२९२
गाहा
जवमा अट्ठ हवंति जस्स एते परिष्णाता
कजरस जो जोगो
""
* जस्स खलु भो ! विसयायारा
जस्स न छुद्दा, न तन्हा
भीता पलायंति
""
जह अग्गमि व पबले
अप्पणी गणस्स य
,"
""
"
"
'पइण्णयसुताई भाग १ - २ ' गंथाणं गाहाणं अणुक्कमो
गा
३२२१
१६०८
२०३२
१७५२
१४०४
१५८९
१०४१
755
1319
""
""
एते साइसया
""
,, कवचेण अभिण्णेण
"3
आठयवेयवेऊ
आगमेण वेजो
हीणो
""
आगासे लोगा
अग्गी
कंटएण विद्धो
कंसिय भिंगारो
कागणी हे उ
""
जह किर इहि महिला
ओन
""
,” खलु दिवस •भत्थं
""
खंदगी से हिं " खुहियचक्कवाले
33
"
ये चारुदत्तो ,, जह एही कालो
झिजाइ,”
"" ""
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" "
दोसोवरमो वच्चति कालो
" "
,,,, वडुइ कालो तह तह वर्धुति
33 33 33
तहा तहा रूव
35 39 39
"" 33
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५७४
५७५
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३६६३
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८२१
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१०१७,१५१८, पृ०
८८ टि०
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४३३८
४४१९
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१३८१, ४७४४
"
विहवो
कालो तह तह ि
४४३४
४६९८
४५३६
665
आउ
४७०३, ४७०८, ४७१२ जह जह वहुति कालो तह तह वर्धुति
रूव
४५५५
गाहा
जह नह वेरग्गमणो
,, सुयमवगाहइ
सुमोगा
33
35
35
" बहर वाउसहिओ
33 33
,, तंडुलस्स कुंडय -
तेण तत्थ मुणिणा
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33 33
""
"
33
"
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33
256
"
""
""
पट्टणमओ
वच्चकूवो
23
नह निम्मले पडे पंडरम्मि
" निंबदुमुपपन्नो
33
गाहंको
३१००
1015
592
१५४०
वायसहिओ १०४०, पृ० ८६ टि०
1774
११८९
११७४
""
ते न पियें दुक्खं
समंसचम्मे
""
33
33
वितमुणिणा सोयासो
दमदं तमसी
दंसणेण न विणा
दीवा दीवसयं
देवा जोइसिया
धन्नाणं पुहवी
""
पच्छिमम्मि काले
परमण्णस्स विसं
23
" पवयणस्स सारो
नाम असी कोसो
33
,, पाडलस्स गुणपायडरस
पुवद्धुयगमणो
कोई मिच्छो-मेच्छो
११८२
२७२९, 1426
११९८
११९२
957
५१८
८६
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१२८१
३०१, ४७९१
१३९२
४५५
४७५६
१४०५
१०५८, १५६७
1458
966
बालो जंपतो... । ...आलोएजा मायाविप्मुको उ
" " "
४२४५
७९१
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बालो जंपतो...।... आलोएजा मायामोपमोचणं २८४५
८५०, १४६२, 172,
2537
बालो जंपतो... । ...
आलोयत्वं मायं मोन्त्रण निस्सेसं
बालो जंपतो...!... आलोयव्वं मायामय
९७३
विप्पणं 1264
खणमवि २७२२, 1410
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