Book Title: Painnay suttai Part 2
Author(s): Punyavijay, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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३२०
"
नाणाई
६४
686
969
'पदण्णयसुत्ताई भाग १-२'गंथाणं गाहाणं अणुक्कमो गाहा गाहको गाहा
गाहंको पप्फोडियकलिकलुसा २२३ परमत्थो तं न सरिमो
२६०६ पन्भबोहिलामा 1622
३१३० पभू अन्नयरो इंदो
परमाणू तसरेणु
३२२० पमे य सुप्पमे घेव २२८३ परमाराहणजुत्तो
918 पमाएणं महासूरी
690 परमाहम्मियठाणे
2284 पमाओ य मुणिदेहिं
परमाहम्मिसुरत्तं
462,2154 पमिलाणमल्लदामा 874 परमिड्डीपत्ताणं
1889 पमुहपरिणाममहुरं 1008 परमेट्रिपरममंतं
2756 पम्हलसुयंधसुमउय३७८८ परमेठीणं पुजा
2613 पयइकुडिलम्मि कत्थइ १३१२ परलोयनिप्पिवासा
1793 पयखीरुच्छुरसेसु य १००२ परलोयम्मि य चोरो
616 पयणुकसाओ निचं पृ०८१ टि. परवसणे जो हरिसो
432,2124 पयलं नि पढम 2511 परं णवमाहाभावा
१६९० पयलाउल्ले मरुए 191 परिकम्मविहीइ पुणो
988 पयहित्तु सिणेहबंधणं १८७८ परिग्गहं गिण्हते जो उ
१५९९ पयंडस्स णरिंदस्स २१०७ परिचचविसयसंगे
1436 पयाक्ती य बंभे य
४१४३" परिजविया विन सिज्झइ परअववाए मूओ 1153 परिजाणई तिगुत्तो
२४३८ परउवयारे वित्तं
1129 परिजाणे मिच्छत्तं
९७० परओ धम्माभावा
परिणयकुसुभसरिसे
३६५७ * परकीयसब्वसावजं जोगं
१७६५ परिणामजोगसुद्धा उवहि परगच्छआगयस्स उ
226
दोसु
७७८ परगुणगहणं छंदा1154 परिणामविसुद्धीए लेसा
1772 , नियगुण
1150 , सोहम्मे
२८०९ परदब्वहरणबुद्धी 1470 परिपालिया मए सह
127 परदव्वहरणमेयं
परिमंडलो मुहुत्तो
७१४ परदवहरणविरया 617 परिवड्डमाणसड्डो
119 परनिंदापरिहरणं 1149 परिवडिओवहाणो ण्हार
९३३ परपरिवायरयाणं
४७३३ , वियड
1099 परभिच्चयाए जे ते 861 परिवारे सव्वा
३७२१ परमठो परमउलं २३६७ परिवारे घेव वेसे य
२०३८ परमणगयं मुर्णिता २५३१ परिसहबलपडिमल्ले
2483 परमत्थओन तं अमयं
२९३० * परिसाडी कम्मे, अपरिसाडिणो १७९४ ६४१ परिसाणं चेव तहा
२३४० विसं णोतं २९२८ परिहर असच्चवयणं
२७३६, 1449 परमत्थगहियसारा
परिहर छजीववहं
२७२८, 1422 परमस्थम्मि सुदिहे
५७३, ८९९ । परिहरसु तओ तासिं २७६५, 1568
1882
९०९
613
"
मुणीणं
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