Book Title: Painnay suttai Part 2
Author(s): Punyavijay, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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३१८
३५७७
'पदण्णयसुत्साई भाग १-२'गंथाणं गाहाणं अणुकमो गाहा गाईको । गाहा
गाईको पउमवरवेइयाए
२३१० पडिबोहो भव्वाणं अउव- 319, 1998 पउमा अणंतइजिणे
४००९
" " सुसाहु- 340, 2019 पउमाभाओ सुपास ४०४४ पडिमागयस्स सीसे
1676 पउमुत्तर नीलवंते २२६९ पडिमाठवणापुण्णं
३१२० पउमुप्पलनीसासा
पडिमारोवो तेसिं
323, 2002 पउमे य महापउमे ४६७० पडिमासु सीहनिकीलियासु
७८९ पकरेमि काउस
518 पडिमोवगओ य मुणी
१२१७ पक्कमंतेसु सउणेसु ७२७ पडियरए आपुच्छिय
1243 पक्खर-पल्लाण-गुडा296, 1975 पडियरयपमाएण व
1219 पक्खिय-चाउम्मासिय1294 पडिलेहण-आवस्सय
197 पगईपयणुकसाया३५८१ पडिलेहणा-पमजण
2645 पगलितगो-महिसाणं
पडिलोमा वऽणुलोमा
82 पच्चक्खाइ य ताहे १०९० पडिवजंतो कप्पं
1065 पच्चक्खाणम्मि कए पृ०८७ टि० पडिवनसाहुसरणो
२५५६ पच्चक्खाणाभिग्गह 204 पडिसिद्धाइं जाई
2305 पच्चक्खाविति तओ २६८४, 1363 पडिसेवओ वि वढेि
1316 पचुप्पण्णरसे गिद्धा २०५८ पडिसेवणाइयारे जइ आउंटे
1314 , गिद्धो १७३५, १८४२, २०७७
1313 पचुप्पन्न-अणागय२४९३ पडिसेविउं किलिट्ठो
1317 पन्छाणं चेव रूवं च २०३६ पडिसेवित्ता केई
1318 पच्छायावपरद्धो २६५४ पडिस्सुयासरिसं कम्म
१९३५ पच्छा वि ते पायाया २४०२ *पडुप्पण्णमिणं सोचा सूर
२०१३ पच्छित्तेण विसोही ६४२ पढमदिसावाघाए
1802 पजलंति जत्थ धगधग
२९३३ पढमपवण्णिददेवा पृ० २७२ टि०१ पजलइ खलइ वेवह 1871 पढम-बितिया तु चंदा
३१९१ पजलियं हुयवहं दटुं २९३२ , -बियकप्पजुयला
405 पजुन्न-संबसहिया ३०७२ ,बीयाण पढमा
३६३० पडिएण वि कुंभेणं ४२१९ , मणिच्चमसरणं
2167 पडिकतो छलेसा 2281 पढमम्मि य संघयणे
१२८३ पडिचोयणअसहणवाय
पढमवयगहणदिवसे
२४८८ पडिणीयदेवयाए 804 पढमं अट्ठारसगं
८३७ पडिणीययाइ केई
१२३२ " अणिच्चभावं
१३२२, 731 पडिपिल्लिय कामकलिं २७५३ , आणाविचयं
1742 पडिपिल्लियपडिणीया २५४२ पढमं काले विणए
2193 पडिपुण्णपाणि-पायं ५३४ " जाण निरुद्धं
1827 पडिपुन्नरूवधणधम्म....२५०५ , दिसिव्वयं चिय
1941 पडिबुद्धरिद्धिकुसुम 1028 | , परिकम्मविहिं
987
" नाऽऽउंटे
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