Book Title: Painnay suttai Part 2
Author(s): Punyavijay, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay

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Page 341
________________ २८८ गाहा चारू य संभव जिणो चिइवंदण आलोयण चिक्खलकालियाओ चिचरसे या चित्तस्स पुण्गिमाए चित्तं समाहियं जस्स चित्ता-चित्तो मीसो चित्तादिजेवजाणि चित्ता य चित्तकणगा चित्ताssस विसाइऽग्गी चिरउसिय बंभयारी चिंतामणिणा किं तस्स १ चिंतामणिति परमं "" दुलह चिंतामणी अठव्वो चितिज अणिश्चत्तं चिंतेइ य खरकरवयचिंधडा रयहरणं चुणंजणाण हाणी "" चुणं नाणावणं चुण्णिय से संभिन्न चुलसीइ सहस्सा चुलसीई किर लोए १४८० 59 किल चुलसीति सहस्साईं उसभ "3 ४०१३ वासा ४५८१ ४०२३ "3 " सेजंसचुलसीती बावन्तरि [य] सहि... । एगं ३९९५ ,...। पण्णट्टि ३९२३ " 33 'परण्णयसुत्ताई भाग १ - २' गंथाणं गाहाणं अणुक्कमो गाहंको ३९९४ 5 ४४७९ ३६००, ४७०७ ३०६१ 1027 2234 ३५१६ २२७२ ३५०२ २८८० 624 1900 743 २८०७, 1753, 2591 पृ० ८६ टि० 35 "" "" चुल्ल-महाहिमवंतो दुम-पेट - छंद - चेय-गुरुगदवं नमस्सगं Jain Education International चेयपूयाईय येत्तस्स सुद्धतेर सि चेत्ते वइसाहे या ११७० 1813 ४४६१ ३८०९ ४५१६ २१५२ ९८८ 53 सही पन्नास ३९१४, ३९१८ ३३२३ ३९७२ 280, 1959 1925 2672 ४५७५ ३९५५ गाहा haareerinचाओ त्रोत्ताला चतु इगवीसं चोत्तीस पंच तेरस चोत्तीससयाभिहतं चोद-दस-नववी चोस दिवसा बावीस चोद पुन्वच्छेओ चोपुवीण णमो चोद्दस य मंडलाणी चोरावरिस सहि चोदस साहस्सीओ चोयालसयं पढमिल्याए चोयाल चंदसयं चोरं पिता पसंसंति चोरा रायकुलभयं चोरिक्कनिवत्तीए चोरे हति देसे चोरो परलोगम्मि विनारय विनडर "" " चोवडी असुराणं 23 33 छत्थो मूढमणो छकट्ठारस तीसा छकं च कत्तियादी कामुक जोगा छक्काया पडिविरओ छक्खंडभरह सामि छक्खंडभरह सामी छग्गुणमुसुस्स वग्गं छ च्चेत्र कालसमया गणिता हवंति 33 33 33 33 "" रक्खसपहओ "" 33 तु दसभागे आरभो सता तीसा 35 33 छजंति सुरवरिंदा छ For Private & Personal Use Only गाहंको 1583 ३३५८ ३३५६ ३४२८ 1190 ३५०७ ४२४२ 2453 ३४८८ ४३५७ ४०३६ २३४९ ११८ १६२३ ४१७३ २७४५ ४४४८ २७४४ 1468 ८२२ २५ २६१०, 208,2297 ३४३८ ३५१४ ३००९ २३९१ ३८३७ ४११७ २३३० ३२३० ३५५८ ३४४९ ७१३ ३२८८ ३७६६ www.jainelibrary.org

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