Book Title: Painnay suttai Part 2
Author(s): Punyavijay, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay

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Page 331
________________ गाहको " असिघेणूए 2335 ५७९ २७८ 'पइण्णयसुत्ताइं भाग १-२'गंथाणं गाहाणं अणुक्कमो गाहा गाहको । गाहा कत्थइ अइदुप्पिक्खो १३१० ....। मुणिणो 32 2340 कप्पाहिवती वि तओ ३७२४ " इट्टविओए 2338 कप्पे सणंकुमारे १९२ , कुटेण अहं 2329 कप्पोवगा सुरा जं 1780 , खासेण मओ 2328 कमलामेलाहरणे ११८३ चक्केण हओ 2339 कमलासणो विजेणं २५१३ चोरविलुत्तो 2337 कम्मजलविसोहिसमु ४३९२ जणणीए अहं 2325 कम्मट्ठक्खयसिद्धा २५३९ जलणपविठ्ठो कम्मण-वसिकरणुचाडणेहिं 437, 2129 जलयरगिलिओ 2343 कम्मभावेऽणुवनंती १८२९ तण्हाए मओ 2336 कम्ममसंखिज्जभवं...। अन्नय...काउस्सग्गे 72 दरणीहरिओ 2324 ...।, ...विसेसओ 74 दुविहिएहिं १३११ " ...।, ...वेयावच्चे 73 पूयणगहिओ 2327 " ...।, ...सज्झायम्मी 71, भएण गलिओ 2323 588 मुद्धमिगत्ते १३०९ , ...। बहुभव...सज्झाएणं " रहिरपवाहेण 2331 " लूयाए हओ 2332 कम्ममूलमणिव्वाणं १६६० " विष्फोडेहिं कम्म(१ कंद)मूला जहा वल्ली १८३३ कत्थाइ सत्तहिं हओ 2344 कम्मरयं अविहं ३७९३ , सीएण मओ 2341 कम्मविसपरममंतो २६१७ , सुहं सुरसम १३९० कम्मस्स आसवं संवरं १३२३,732 2334 " य निजरणं 2168 कत्थय रुप्पसिलायल ३०५३ कत्थवि कुंभीपाए 2342 कम्माऽकम्मय-अंतर 2663 कनकः कनकाभश्च पृ० २७२ टि० १ कम्मामयप्पसमण 932 कनका विमले कुटे कम्मायाणेऽवरुद्धम्मि १६८१ कन्नसियाली पिसुया जे तेई 376 कम्मासवदाराई - " , ...मेहरया 2068 * कम्मुणा खलु भो । अप्पहीणेणं १६५८ कन्नामएहिं हिययं 775 * , पहीणेणं खलु भो। १६५९ कप्पतरुसंभवेसु य... परिभोगेण १००० कम्मो निरंसयाए ३२४२ कप्पतरुसंभवेसू...। उववाए १५०० कयकरणा वि सकजं 972 कप्पम्मि सहस्सारे १७७ कयनयणामयबुद्धि 1703 कप्पवइअंगणाओ ३९८२ कयनवकप्पविहारा 258 कप्पाओ कप्पम्मिय १९७ कयपावो वि मणूसो ८५१, ९७९, १४७०, कप्पाऽकप्पविहन्न १०८२ 12, 1310 कप्पाऽकप्पे कुसला...। गीयत्था 1330 | कयरे ते बत्तीस 2333 "सूलारूढो " संतई चित्तं Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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